खेत खरीदते समय ध्यान रखने वाली जरूरी बातें
खेत खरीदने से पहले इन बातों को नजर अंदाज किया, तो हो सकता है भारी नुकसान
किसान भाई अगर आप कोई खेत खरीद रहे हैं या खरीदने की सोच रहे हैं तो कुछ बातों की जानकारी रखना ज़रूरी है। इससे न सिर्फ आप किसी फ्रॉड से बच सकेंगे बल्कि समय और पैसे की भी बचत होगी। खेत खरीदते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी है, क्योंकि छोटी-छोटी गलतियां बड़े नुकसान में बदल सकती हैं।
खेत खरीदने से पहले सिर्फ इस बात की जानकारी रखना ही काफी नहीं है कि जमीन उपजाऊ है या नहीं या यहाँ का पानी कैसा है? खेत में पानी की उपलब्धता बहुत जरूरी है। इसके अलावा इस बात की जानकारी लेना भी ज़रूरी है कि कही उस ज़मीन पर पहले से कोई बैंक लोन तो नहीं है? अगर कोई खेत लोन पर है या बंधक है तो ऐसी स्थिति में उसे बिल्कुल ना खरीदे। अगर आप खरीदते हैं तो फिर उस प्रॉपर्टी का लोन आपको ही चुकाना पड़ सकता है और आप परेशानी में आ सकते हैं।
चेक कर लें ज़मीन से जुड़ा केस तो नहीं है?
- खेत खरीदने के बाद ये चेक कर लें कि खसरा खतौनी पर आपका नाम चढ़ा भी है या नहीं? सिर्फ किसी एग्रीमेंट पेपर पर अपना नाम देखकर तसल्ली ना करें। ज़मीन का मालिकाना हक उसे खरीदते समय सभी ज़रूरी कागजों पर भी लिखा होना चाहिए। ज़मीन से जुड़े सभी सरकारी दस्तावेजों में आपका नाम नहीं लिखा होगा तो आगे आपको मुश्किल हो सकती है।
- अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि आपको खेत बेचने से पहले खेत या ज़मीन का मालिक किसी अनुबंध पत्र या रजिस्ट्रर विक्रय पत्र के माध्यम से उसे किसी और को भी बेचा हुआ है। ऐसी ज़मीन को नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि उस ज़मीन को जिसने पहले खरीदा है उसका उस पर पहला अधिकार होता है।
यह भी पढ़ें- गेहूं की बुआई के 45 दिन बाद खेत में भूलकर भी न करें इन उर्वरकों का प्रयोग, घट सकती है पैदावार
- किसान भाई बहन इस बात का भी ध्यान रखें कि जिस व्यक्ति से आप खेत या ज़मीन खरीद रहे हैं उसका उसपर कब्ज़ा है या नहीं। अगर उस पर उसका कब्ज़ा नहीं है तो आपको उससे कब्ज़ा लेने में काफी परेशानी हो सकती है। यही नहीं, वापस आपको खरीददार से पैसा लेना भी टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।
- क़ानूनी पचड़े की ज़मीन या खेत को बेचने की घटनाएँ आम है। ऐसे में खेत खरीदने से पहले ये चेक करलें कि जिस ज़मीन को आप खरीदने जा रहे हैं उसपर पहले से कोई केस तो नहीं चल रहा है या किसी ने उसके मालिक पर खेत को लेकर कोई मुकदमा तो नहीं किया है। संभव है कोर्ट का फैसला उस व्यक्ति के खिलाफ आए जिसने आपको ज़मीन बेची है, तो फिर आपको बेची गई उस ज़मीन या खेत का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। ऐसे मामले में विवादित खेत या ज़मीन को बेचे गए दस्तावेज निरस्त जाएंगे।
- खेत खरीदने से पहले इस बात की जानकारी भी ज़रूर कर लें कि कही गलती से तो प्रॉपर्टी बेचने वाले का नाम उस पर नहीं चढ़ा है? कभी कभी गलती से ज़मीन के सही मालिक की जगह किसी दूसरे व्यक्ति का नाम चढ़ जाता है। अगर ऐसा है तो गलती सुधरने पर उसी व्यक्ति की वो ज़मीन हो जाएगी जिसकी वास्तविक रूप में थी। ऐसे में जो खरीद के पेपर आपके नाम बनेंगे वो अमान्य हो जाएंगे। इसमें आपके पैसे और समय दोनों का नुकसान होगा।
यह भी पढ़ें- सरसों की खेती की समस्या? किसान अपनाएं ये 5 उपाय, होगा बंपर उत्पादन
- अगर कोई व्यक्ति किसी ऐसी ज़मीन को बेच रहा है जिसपर उसका नाम नहीं है उसे भी आपको नहीं खरीदना चाहिए।
- ज़मीन के मालिक की मृत्यु होने पर वो प्रॉपर्टी उसके परिवार के बाकी सदस्यों के नाम हो जाती है। अगर उनमें से एक या दो सदस्य बाकी की सहमति के बगैर ज़मीन बेचते हैं तो क़ानूनी तौर पर ये गलत है। परिवार के बाकी सदस्यों की तरफ से इसपर आपत्ति दर्ज करने पर आप मुश्किल में पड़ सकते हैं।
कैसे और कहाँ लें ज़मीन से जुड़ी जानकारी?
ज़मीन खरीदने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी लेना बहुत जरूरी है। सही जानकारी आपको धोखाधड़ी और नुकसान से बचा सकती है। यहां बताया गया है कि ज़मीन से जुड़ी जानकारी कैसे और कहाँ प्राप्त की जा सकती है।
- राजस्व विभाग से संपर्क करें: अपने क्षेत्र के राजस्व विभाग में जाकर जमीन के खसरा-खतौनी और रजिस्ट्री की जानकारी प्राप्त करें। जमीन का रिकॉर्ड जांचने के लिए ऑनलाइन पोर्टल का भी उपयोग कर सकते हैं (यदि राज्य में उपलब्ध हो)।
- ज़मीन के कागजात की जांच करें: मालिक के पास मौजूद रजिस्ट्री, पुष्टि प्रमाणपत्र, और एनओसी की जांच करें।
सुनिश्चित करें कि जमीन पर कोई कर्ज या विवाद न हो। - भौतिक सत्यापन करें: जमीन को खुद जाकर देखें और मापदंडों का मिलान करें।
पड़ोसियों या स्थानीय लोगों से जमीन के इतिहास और स्थिति के बारे में पूछें। - अधिकारियों से मदद लें: तहसीलदार, पटवारी, या अन्य राजस्व अधिकारियों से संपर्क करके जमीन की स्थिति की जानकारी लें।
भूमि का नक्शा और सीमाओं की जांच करवाएं। - ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग करें: अब अधिकांश राज्यों में भूमि रिकॉर्ड ऑनलाइन उपलब्ध हैं। आप राज्य के राजस्व विभाग की वेबसाइट पर जाकर जमीन की जानकारी देख सकते हैं। ऑनलाइन पोर्टल पर जमीन के मालिक, खसरा नंबर, और पिछले लेन-देन का विवरण प्राप्त किया जा सकता है।
- वकील या विशेषज्ञ से सलाह लें: किसी कानूनी विशेषज्ञ से सलाह लें ताकि कागजात सही ढंग से चेक किए जा सकें।
किसी भी प्रकार के विवाद या धोखाधड़ी से बचने के लिए पेशेवर मार्गदर्शन लें।
जुड़िये KrishiBiz से – ऐसे ही कृषि उपयोगी ज्ञानवर्धक, उपयोगी, आधुनिक तकनीक और कृषि योजनाओं आदि कृषि सम्बंधित जानकारियों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group या हमारे Telegram ग्रुप ज्वाइन करें हमारे को Facebook पेज को like करें और अपने साथियो-मित्रों के साथ शेयर जरूर करें।