Nimbu Ke Bhav 30 गुना अधिक कीमत पर बिक रहा नींबू-जानिए क्या है वजह

गर्मी के मौसम में राहत देने देने वाले नींबू के तेवर बहु बढे हुए है. कीमत आसमान पर पहुंच गई है.

Nimbu Ke Bhav भीषण गर्मी के बीच नींबू पानी एक ऐसा अचूक उपाय है, जिसे पीने से गर्मी से राहत मिलती है। लेकिन इन दिनों उज्जैन में नींबू पानी पीना आसान नहीं रहा है। नींबू की कीमत Nimbu Ke Bhav 30 गुना से ज्यादा बढ़ चुकी है और यह धीरे-धीरे आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गई है। इसके पीछे कई अहम कारण हैं।

यह भी पढ़े-

कीमतें क्या हैं- nimbu price in punjab

नींबू किचन की एक ऐसी चीज है जिसकी मांग साल भर बनी रहती है। लेकिन इन दिनों नींबू की कीमत सुनकर ही लोगों के पसीने छूट रहे हैं. फिलहाल नींबू महाराष्ट्र से आ रहा है। Panjab की सब्जी मंडी के थोक व्यापारी शरीफ खान के मुताबिक नींबू के भाव एक महीने तक लगातार ऐसे ही रहेंगे

व्यापारी शरीफ खान ने बताया कि हर साल गर्मी के दिनों में नींबू के दाम बढ़ जाते हैं, लेकिन इस बार ये आसमान पर पहुंच गए हैं. महाराष्ट्र का निम्बू थोक में 200 से 300 रुपये किलो बिक रहा है। वही नींबू 300 रुपये से 400 रुपये किलो बिक रहा है। ऐसे में एक नींबू की कीमत 15 से 20 रुपए है।

व्यापारियों ने कहा

थोक व्यापारी शरीफ खान के मुताबिक इन दिनों नींबू की मांग काफी बढ़ गई है. जहां सनातन धर्म में नवरात्रि पर्व चल रहा है. वहीं मुस्लिम समाज में रोजे चल रहे हैं। नींबू की मांग सभी वर्गों से बहुत अधिक आ रही है। इसके बजाय, आपूर्ति सीमित है। माँग और पूर्ति के नियम के अनुसार यदि माँग अधिक बढ़ती है और पूर्ति कम रहती है, तो कीमत भी बढ़ जाती है। इसके अलावा डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन भी बढ़ा है। माल भाड़ा बढ़ने से नींबू के दाम में भी इजाफा हुआ है।

यह भी पढ़े- किसानों को मिलेगी 10 लाख रुपए तक की सब्सिडी-जानिए क्या है एमपी सरकार की योजना

खरीदार ने सुनाई आप बीती-Nimbu Ke Bhav

lemon market rate in Maharashtra – सब्जी मंडी पहुंची लता चौधरी ने बताया कि नींबू का कोई विकल्प नहीं है. अगर लाल मिर्च के दाम बढ़ते हैं तो काली मिर्च और हरी मिर्च का इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं नमक के मामले में भी काला नमक इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन नींबू की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है. इस कारण महंगे दामों पर भी नींबू खरीदना पड़ रहा है। नींबू खरीदने के लिए लोगों को सब्जी मंडी जाना पड़ता है। छोटे कारोबारी खुदरा में बेचने के लिए नींबू खरीदने को तैयार नहीं हैं।

विनम्र निवेदन –

  • लेख पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद! आपसे बस यही गुजारिश हैं की आप KrishiBiz के लेख को अपने साथियो-मित्रों के साथ शेयर जरूर करें ताकि भारत का हर हिंदी भाषी किसान भाई अपने कृषि व्यवसाय को मुनाफे का व्यापार बनाये।
  • आपके पास सम्बंधित कोई प्रश्न या जानकारी हो तो निचे कमेंट करें हम कोशिश करेंगे की उस विषय पर आर्टिकल उसी विशेषज्ञ द्वारा आप तक पंहुचे।
  • हमारा Facebook, WhatsAppTelegram ग्रुप ज्वाइन करें हमारे को Facebook पेज को like करें।

KrishiBiz Team

KrishiBiz में आपका स्वागत हैं, हमारी टीम में एग्रीकल्चर एक्सपर्ट, तकीनीकी एवं पशुपालन विशेषज्ञ एवं योजनाओ के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। जय हिन्द! जय किसान!

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button