भारत में उगाई जाने वाली किसानों के लिए सोयाबीन की बेस्ट 10 किस्में
जानिए कौनसी हैं सोयाबीन की बेहतरीन किस्मे और उनका महत्व, विशेषताएं और फायदे
सोयाबीन भारत में एक महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है भारत सहित पुरे विश्व में सोयाबीन की कई किस्मे पाई जाती हैं। अलग-अलग क्षेत्रो में सोयाबीन की किस्मे जलवायु और मिटटी के अनुरूप पाई जाती हैं और सोयाबीन की कुछ नई किस्मे वैज्ञानिको द्वारा विकसित की गई हैं।
भारत में उगाई जाने वाली सोयाबीन की बेस्ट 10 किस्में
- JS 335: यह सोयाबीन वैरायटी अलग-अलग मौसम के लिए फिट है और बिमारियों से लड़ने की ताकत रखती है। JS 335 सोयाबीन का उत्पादन भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी तरह से हो सकता है और किसानों के लिए एक विश्वसनीय विकल्प है।
- PK 1029: यह प्रसिद्ध सोयाबीन वैरायटी भारतीय किसानो के बीच सबसे ज्यादा पसंद की जाती है क्यूंकि इससे बड़ी अच्छी मात्रा में फसल उत्पादन मिलता हैं। इसमें किस्म में कई प्रकार के कीटाणुओं और बिमारियों से लड़ने की क्षमता है जो फसल को सुरक्षित रखती है और अच्छा मुनाफा देती हैं।
- NRC 2: एक विशेष सोयाबीन वैरायटी है जिसे वैज्ञानिक रूप से विकसित किया गया है, इसमें अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है जो हमारे स्वस्थ्य के लिए फायदेमंद है। NRC 2 को उगाने वाले किसान हायर न्यूट्रीशियन वैल्यू वाले सोयाबीन प्राप्त कर सकते हैं।
- Pusa 16: सोयाबीन की ये वैरायटी किसानों के द्वार बड़े पैमाने पर उगाई जाती है क्योंकि इससे अच्छी फसल उत्पादन मिलता है और ये अलग-अलग प्रोब्लेम्स, जैसे की खराब मौसम, कई प्रकार की बिमारियों से निपट सकती है। ये भारत के विभिन्न राज्यों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प है।
- JS 9560: अगर आपको ज्यादा फसल और अच्छी मात्रा में तेल वाले सोयाबीन चाहिए तो JS 9560 एक अच्छा विकल्प है। इसमें बिमारियों से लड़ने की प्राकृतिक सुरक्षा प्रणाली है, जिससे सोयाबीन के पौधे स्वस्थ रहते हैं।
- DS 9712: शुष्क क्षेत्रों (कम वर्षा वाले क्षेत्र) में खेती करने वाले किसानों के लिए उपयुक्त है। यह कम पानी में भी अच्छी तरह से बढ़ सकता है और अच्छी उपज प्रदान करता है, जिससे यह शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों के लिए एक पसंदीदा विकल्प बन जाता है।
- JS 97-52: सोयाबीन की यह किस्म जल्दी पकती है, मतलब कि यह जल्दी बढ़ती है और जल्दी से कटाई के लिए तैयार हो जाती है। यह विभिन्न कृषि-जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल हो सकती है और उन किसानों के लिए एक विश्वसनीय विकल्प है जो जल्दी फसल चाहते हैं।
- NRC 7: NRC 2 के समान ही, NRC 7 एक सोयाबीन किस्म है जिसे वैज्ञानिकों द्वारा लेब में विकसित किया गया है। दूसरे सोयाबीन के मुकाबले अधिक प्रोटीन और तेल होता है, जो इसे ज्यादा न्यूट्रीशियन वैल्यू के साथ एक स्वस्थ विकल्प बनाता है।
- PK 472: मध्य और पश्चिमी भारत में किसान PK 472 पसंद करते हैं क्योंकि यह अच्छी उपज प्रदान करता है साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी रखता है। यह इन विशिष्ट क्षेत्रों के लिए एक भरोसेमंद वैरायटी है, जो अच्छी फसल उत्पादन देती हैं ।
- PS 1024 सोयाबीन की एक और किस्म है जो जल्दी पक जाती है, जो इसे छोटे मौसम वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त बनाती है। यह विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल हो सकती है और संतोषजनक उपज प्रदान कर सकती है।
सोयाबीन की ये सभी वेरायटीज किसानो के बीच लोकप्रिय है अच्छी फसल देते हैं बिमारियों से लड़ने की क्षमता रखते हैं और भारत के विभिन्न क्षेत्रों में ऊगा सकते हैं। हालांकि अपने क्षेत्र में सबसे अच्छी सोयाबीन वैरायटी के लिए स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से सलाह लेना बहुत ज़रूरी है क्यूंकि क्षेत्र और जलवायु के अनुसार परिस्थितियां विभिन्न होती है।