Wheat Harvesting: गेहूं की कटाई के बाद तुरंत थ्रेसिंग न करें, वरना पैदावार हो सकती है कम

अगर आपकी गेहूं की फसल कटाई के लिए तैयार है, तो कुछ जरूरी बातें जान लें, ताकि पैदावार पर असर न पड़े।

Wheat Harvesting: अगर आपकी गेहूं की फसल कटाई के लिए तैयार है, तो कुछ जरूरी बातें जान लें, ताकि पैदावार पर असर न पड़े। कई किसान फसल के पकते ही कटाई शुरू कर देते हैं, लेकिन कुछ गलतियां उत्पादन को कम कर सकती हैं। आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि कटाई के समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

कटाई में होने वाली आम गलतियां

हर किसान चाहता है कि उसकी फसल से ज्यादा से ज्यादा उत्पादन मिले। इसके लिए इन तीन गलतियों से बचना जरूरी है:

1. नमी की जांच जरूर करें

गेहूं की बालियां पीली पड़ने के बाद भी तुरंत कटाई न करें। पहले बालियों से दाने निकालकर उनकी नमी चेक करें। अगर दाने पूरी तरह सूखे नहीं हैं, तो कटाई के बाद वे सिकुड़ सकते हैं, जिससे वजन कम हो जाएगा और आटे की मात्रा भी प्रभावित होगी।

2. कटाई के तुरंत बाद थ्रेसिंग न करें

थ्रेसिंग से पहले पौधों का अच्छी तरह सूखना जरूरी है। कटाई के तुरंत बाद थ्रेसिंग करने से गेहूं के दाने सही से अलग नहीं हो पाते और भूसा भी अच्छा नहीं बनता। कटाई के बाद कम से कम दो दिन तक फसल को खेत में सूखने के लिए छोड़ दें।

3. बेमौसम बारिश से बचाव करें

मार्च के महीने में कई बार अचानक बारिश हो जाती है, जिससे खेतों में रखी कटाई की फसल खराब हो सकती है। इससे बचने के लिए खेत के पास खलिहान तैयार करें और तिरपाल की व्यवस्था रखें ताकि फसल को सुरक्षित रखा जा सके।

अन्य जरूरी बातें

  • कटाई से 15-20 दिन पहले खेत की सिंचाई बंद कर दें।
  • खेत की मेड़ काटकर रखें ताकि बारिश का पानी आसानी से बाहर निकल सके।
  • गेहूं को काटने के बाद बंडल बनाकर बांध दें, ताकि तेज हवाओं से फसल उड़कर बिखर न जाए।

ये सावधानियां बरतकर आप गेहूं की अच्छी पैदावार सुनिश्चित कर सकते हैं।

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