Soybean Bij Utpadan Premium 2022 | सोयाबीन बीज उत्पादक किसानों के लिए खुश खबर, प्रति क्विंटल 1000 रुपये मिलेगा प्रीमियम

Soybean Bij Utpadan Premium 2022 | सोयाबीन बीज उत्पादक किसानों मिलने वाली प्रीमियम 500 रूपए से बढ़ा दी गई है, जानिए कितने रूपए बढ़ाए

किसान भाइयों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए देश में सरकार ने सोयाबीन बीज उत्पादन कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ताकि किसानों को देश में गुणवत्ता प्रमाणित बीज मिल सके। जिसके तहत सरकार द्वारा विभिन्न फसलों के गुणवत्ता प्रमाणित बीज उत्पादन पर प्रोत्साहन या अनुदान दिया जाता है। इसी कड़ी में राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे सोयाबीन बीज उत्पादन कार्यक्रम में 500 रुपये का प्रीमियम बढ़ा दिया है।

सोयाबीन फसल के बीज उत्पादन कार्यक्रम पर किसानों को देय प्रीमियम की राशि 500 ​​रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है। अब सोयाबीन उत्पादकों को एमएसपी पर अतिरिक्त 1,000 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा। सरकार के इस फैसले से किसान भाइयों में हर्ष की लहर है।

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इनको मिलेगा लाइसेंस

देश और राज्य के किसानों को बीज आसानी से उपलब्ध कराने के लिए ग्राम-गांव में स्थित केवीएसएस और जीएसएस को बीज लाइसेंस प्राप्त कर बीज निगम के अधिकृत डीलर बनाने का अभियान शुरू किया गया है। साथ ही निजी क्षेत्र के बीज विक्रेताओं को बीज निगम का अधिकृत विक्रेता बनाने की प्रक्रिया भी जारी है। यह जानकारी राजस्थान राज्य बीज निगम लिमिटेड के अध्यक्ष श्री धीरज गुर्जर ने दी।

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प्रमाणित बीज का होगा उत्पादन

राजस्थान राज्य बीज निगम लिमिटेड के अध्यक्ष श्री गुर्जर ने बताया कि निगम द्वारा पहली बार अनुबंध आधारित नीति के तहत प्रदेश से बाहर के संस्थानों के लिए भी बीज का उत्पादन और बिक्री की जायेगी। उन्होंने कहा कि पहली बार राज्य के किसानों के साथ-साथ राज्य के बाहर के बीज उत्पादक संस्थानों के साथ एमओयू के आधार पर सोयाबीन की फसल के 30 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज का उत्पादन किया जाएगा।

मंडियों में मिलेगा प्रमाणित बीज

बीज विपणन को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र के बीज विक्रेताओं को निगम का अधिकृत विक्रेता बनाया जा रहा है। इसके लिए व्यापार के आधार पर स्लैब आधारित व्यापार छूट नीति लागू की जाएगी, जिसके तहत अधिक बीज बेचने वाले डीलर को अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। बीज विपणन को मजबूत करने के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में 144 भूखंडों पर निगम की खुदरा दुकानें स्थापित की जाएंगी। इससे किसान अपनी फसल को एक स्थान पर बेचने के साथ ही अपने लिए गुणवत्तापूर्ण बीज खरीद सकेंगे।

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गुणवत्ता के लिए होगा बीजों का उपयोग

परीक्षण किए गए बीजों की गुणवत्ता उच्चतम स्तर पर बनाए रखने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। प्रमाणित बीजों की आनुवंशिक शुद्धता की जांच के लिए निगम अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है। इसके लिए खरीफ और रबी फसलों के बीजों में जीओटी लगाया जाता है। साथ ही बीजों का परीक्षण भी किया जा रहा है।

कितना वितरण, कितना उत्पादन

संकर बाजरा के 8.5 लाख प्रमाणित बीज, मक्का के 8 लाख और मूंग, उड़द, मोठ के 2 लाख 8 हजार बीज के मिनीकिट कृषि विभाग को किसानों में वितरण के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। इसी प्रकार दक्षिण राजस्थान के अनुसूचित जनजाति क्षेत्र के 8 लाख किसानों को मुफ्त संकर मक्का बीज की मिनीकिट प्रदान की गई है। खरीफ 2022 में 7.5 हजार हेक्टेयर सोयाबीन, 12 हजार हेक्टेयर दलहनी फसल, 1 हजार 500 हेक्टेयर ज्वार और बाजरा और 500 हेक्टेयर में प्रमाणित बीज उत्पादन किया गया है।


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