पोटाश खाद के उपयोग से बढ़ेगी खेतो में उपज, जानिए गेंहू की फसलों में पोटाश खाद डालने का सही समय और सही मात्रा

फसलों में पोटेशियम की कमी से होने वाली सभी समस्याओं को पोटाश उर्वरक (Potash Fertilizer) के उपयोग से दूर किया जा सकता है।

गेहूं उत्पादन में वृद्धि के लिए पोटाश खाद की सही समय और उचित मात्रा प्रयोग अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है। गेहूं की बेहतर पैदावार के लिए पोटाश खाद का सही उपयोग करना बहुत फ़ायदेमंद होता है। इस गाइड में, खेतों की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए गेहूं की फसलों में पोटाश के उपयोग की सही समय और मात्रा के बारे में जानकारी दी गई है।

यह आपके पौधों को स्वस्थ रखने व पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। पोटाश, शर्करा को बेहतर ढंग से संश्लेषित करने में मदद करता है जिसके कारण फलों का स्वाद अच्छा होता है। पोटेशियम पौधों द्वारा पानी के अवशोषण के लिए जिम्मेदार है तथा पौधों की वृद्धि को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

पोटाश का महत्व 

  • फल और सब्जियां उगाने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
  • दाने भरने, फल का आकार बढ़ाने व फलों को चमकदार बनाने में सहायक।
  • पोटाश पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता हैं।
  • पोटाश मिटटी में नमी को बरकरार रखता हैं
  • पोटाश जड़ को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • पोटाश पानी के अवशोषण में मदद करता हैं।
  • फलदार पौधो के सम्पूर्ण विकास, अधिक उत्पादन और फलने-फूलने में महत्वपूर्ण खनिज है।
  • पोटाश उर्वरक मिट्टी के PH मान को बढ़ाता है।

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पोटाश खाद का मूल्य, प्रकार और उपयोग 

  • पोटाश का मूल्य : 50 किलो पोटाश का एक बैग सरकारी बाजार में 840 रुपये में उपलब्ध है, बनिस्बत निजी दुकानों में इसकी कीमत 550 रुपये है।
  • पोटाश खाद 3 तरह की हो सकते है: लाल, सफेद और गुलाबी। पोटाश का मुख्य काम है, पौधों को स्वस्थ रखने व पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
  • इसका सही समय पर और सही मात्रा में उपयोग फसल के लिए अमृत की तरह काम करता है।

पोटाश खाद का उचित समय

  • खेत की तैयारी के समय, प्रति एकड़ भूमि में 25 किलो पोटाश मिलाएं।
  • जब पौधे बालियां बनाने लगें, तो प्रति एकड़ खेत में 1 किलोग्राम NPK 00:00:50 खाद का उपयोग करें।
  • 44 डिग्री तापमान के मौसम में खेतों में गोबर की खाद न डालें। बरसात से पहले ठंडी हवा चलेंगीं, तब पोटाश खाद खेतों में डालें। गेहूं, सरसों व चना की फसल बोते पोटाश समय खाद डालें।

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गेहूं में पोटाश का सही उपयोग करने से न केवल खेतों की उत्पादकता में वृद्धि होती है, बल्कि फसल की स्वस्थता और गुणवत्ता में भी सुधार होता है। खाद की सही मात्रा और समय का पालन करके, किसान भाइयों को अच्छी फसलें हासिल करने में मदद हो सकती है।


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