Nano DAP से रबी फसलों की बढ़ेगी पैदावार, देश में शुरू होंगे आठ प्लांट

किसानों को Nano DAP की कोई कमी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए पूरा ध्यान दिया जा रहा है। इसके तहत अब देश में Nano DAP उत्पादन करने के लिए आठ प्लांट तैयार किए जा चुके हैं।

इस बार देश में रबी फसल के विकास के लिए किसानों को खाद की कोई कमी नहीं होगी। इस समय से देश में नैनो यूरिया के माध्यम से कृषि क्षेत्र में सुधार की व्यवस्था की जा रही है।

हर एक प्लांट अपनी पूरी सीमा के साथ जल्द ही निर्माण शुरू करेगा। इससे देश के लाखों-करोड़ों किसान लाभान्वित होंगे।

गुजरात के कलौल में नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर में प्रारंभिक ट्रॉयल के बाद, इफको फूलपुर में भी नैनो डीएपी तैयार हो जाएगा। इसी तरह यहां उत्पादन का प्लांट भी लगाया जाएगा।

अभी तक यूरिया के विकास के लिए प्रयागराज, बरेली, गुजरात, बेंगलुरु, कांडला, पारादीप, गुवाहाटी और देवघर में प्लांट तैयार किए जा रहे हैं। जब यह इन प्लांट में उत्पादन पूरी तरह से शुरू होगा तब देश में यूरिया और Nano DAP की कमी नहीं होगी।

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देश में DAP का उपयोग

गौरतलब है कि पिछले रबी सीजन के दौरान देश में डीएपी की भारी कमी थी। इस वजह से, किसानों को एक बड़ी मुश्किल स्थिति का सामना करना पड़ा। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में 313000 टन डीएपी की खपत होती है। देश में बने आठ संयंत्रों के शुरू होने के बाद देश में कमी तो पूरी हो जाएगी साथ में युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।

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इतने रूपए का आएगा खर्च

देश में यूरिया और Nano DAP की जरूरत को पूरा करने के लिए काम कर रहे आठ संयंत्रों के लिए भी बड़े निवेश किए जा रहे हैं। जैसा कि इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक विपणन, डॉ विवेक दीक्षित ने संकेत दिया है, सभी इकाइयों के शुरू होने के बाद, प्रत्येक दिन दो लाख बोतल का निर्माण होगा। इसके लिए कुल 3000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

Nano DAP से किसानों को होगा फायदा

नैनो यूरिया के विकास के बाद कई फायदे होंगे। मुख्य लाभ यह होगा कि खेतों में खाद पहुंचाने के लिए किसानों को खेतों में फसल के लिए खाद पहुंचाने भारी-भरकम काम नहीं करना पड़ेगा। खाद के परिवहन की लागत किसानों को बचाई जाएगी। इससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

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इसके अलावा किसानों को बेहतर उत्पादन क्षमता वाली खाद मिलेगी, जिससे मिट्टी की उर्वरक क्षमता बनी रहेगी। गौरतलब है कि नैनो यूरिया-डीएपी के बाद देश में नैनो कॉपर, जिंक और बोरॉन बनाने का ट्रायल चल रहा है। ट्रायल के नतीजे आने के बाद इसके प्रोडक्शन पर भी ध्यान दिया जाएगा।

Nano DAP से किसानों को होगा फायदा

इफको के नैनो यूरिया और नैनो डीएपी अगली पीढ़ी के उर्वरक हैं जो किसानों और पर्यावरण को लाभ पहुंचा रहे हैं। बयान के अनुसार, ये उत्पाद मिट्टी, वायु और जल प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगे।

अवस्थी ने कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाली फसलों के उत्पादन के लिए इन नए उत्पादों की कम मात्रा की आवश्यकता होती है, साथ ही ये मिट्टी को स्वस्थ रखते हैं।

उन्होंने कहा कि यह मिट्टी को रसायनों के अत्यधिक उपयोग से बचाने का एक प्रयास है, जो इफको की दीर्घकालिक दृष्टि और प्रतिबद्धता है।


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