Murgi Palan In Hindi | गर्मियों में कैसे बचाए मुर्गियों को जानिए उपाय तथा संतुलित आहार

Murgi Palan In Hindi | मुर्गियों के लिए खतरनाक होता है हिट स्ट्रोक से सुरक्षा और उसके उपाय

किसानों के लिए मुर्गी पालन फायदे का व्यापार बनते जा रहा हैं। कृषि कार्यों के साथ मुर्गी पालन करना बहुत आसान काम हो गया हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ अब कई शहरी क्षेत्रों में भी मुर्गी पालन बिजनेस तेजी से उभर रहा हैं। मुर्गी पालन के क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों का कहना है कि Poultry में सबसे मुख्य बिन्दू होता हैं, मुर्गियों के स्वास्थ्य की देखभाल करना। मुर्गियों को मौसम के हिसाब से देखभाल,

आहार की आवश्यकता होती हैं। खासकर मुर्गियों को गर्मी के मौसम में सबसे अधिक देख भाल की आवश्यकता होती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मियों के मौसम में मुर्गियों में संक्रमण फैलने की आशंका अधिक रहती हैं। समय रहते अगर इस पर ध्यान नहीं दिया जाए तो मुर्गियों की अचानक मौत होने लग जाती हैं। जिसके कारण मुर्गी पालक को भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता हैं।

Murgi Palan In Hindi 2022

मुर्गी पालन केवल अंडों के लिए ही नहीं किया जाता। मुर्गियों का चिकन भी मार्केट में बहुत पसंद किया जाता हैं। किसान भाईयों आज Krishibiz.com आपके लिए लाया है Murgi Palan In Hindi की सभी जानकारियां। हमारी पशु पालन केटेगिरी में Murgi Palan Kaise Kare और Murgi Palan Training के बारे में बारी से बारी विषयों पर चर्चा भी करेंगे।

मुर्गियों को Heat Stroke से खतरा

अधिक तापमान होने के कारण मुर्गियों से गर्मी सहन नहीं होती है। जिसका परीणाम यह होता है कि Chickens Eggs देने की क्षमता बहुत कम हो जाती हैं। वहीं अधिक गर्मी होने के कारण मुर्गियों की मृत्यु दर भी तेजी से बढ़ जाती हैं। Murgi Palan Ki Jankari के तहत आज हम आपको इसी विषय के बारे में बताने जा रहे हैं। गर्मी के कारण मुर्गी के अंडों का आकार भी छोटो हो जाता हैं।

वहीं उनका उपरी आवरण कमजोर होकर पतला रह जाता हैं। जिसके कारण मुर्गी पालक को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। Murgi Palan Kendra का बाहरी तापमान 39 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक होने पर मुर्गियों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। ऐसी परिस्थिति को Heat Stroke कहा जाता हैं। इसमें मुर्गियां चोच खोलकर हॉफते हुए कमजोर हो जाती हैं। चलते समय वे लडखड़ाने लगती है और लकवा होने के कारण उनकी मौत हो जाती हैं।

गर्मी में कैसे हो मुर्गियों का आहार

गर्मियों के मौसम मेें Murgi Palan Kaise Karte Hain के विषय में विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी के दिनों में मुर्गियां की भूख कम हो जाती है जिसके कारण वह दाना भी कम खाती हैं। यहीं कारण है कि गर्मियों के दिनों में मुर्गियों को आहार देते समय इस बात का ध्यान रखें कि इनके आहार में प्रोटीन,

विटामिन, मिनरल की मात्रा अधिक हो। जिससे की आहार के दौरान उन्हे सभी आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त हो जाए। वहीं दूसरी ओर मुर्गियों के अंडे की ऊपरी सतह छिलका पतला होने से बचाने के लिए उनके आहार में कैल्सियम की मात्रा बढ़ा देना चाहिए। इसके लिए दाने में आस्टो कैल्शियम लिक्विड पानी में घोलकर दिया जा सकता हैं।

मुर्गियों को आहार देने का सही समय क्या है

Local Murgi Palan अन्य मुर्गी शालाओं में मुर्गियां ठंड के सीजन में अधिक दाना खाती हैं। इसलिए हमें दिन की रोशनी की साथ ही मुर्गियों के लिए रोशनी क अतिक्ति व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे मुर्गियां आहार का पूर्ण उपयोग कर सकें। सामान्य रूप से मुर्गियां 60 से 80 डिग्री के बीच का तापमान पसंद करती हैं। क्योंकि इस तापमान पर मुर्गियों की खुराकव अंडा उत्पान की दर ज्यादा होती हैं।

इससे अधिक तापमान होने पर मुर्गियां कम दाना खाती हैं। जिसका परिणाम यह होता है कि वे अंडे भी कम ही देती हैं। जिसके कारण मुर्गी पालक को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। यहीं कारण है कि हमारे मुर्गी पालन इन हिन्दी विषय के दौरान पालक को मुर्गियों के आहार के समय का भी विशेष रूप से ध्यान रखना होगा।

गर्मी में मुर्गियों के लिए पानी की कैसी व्यवस्था करें

गर्मी अधिक होने पर मुर्गियां पानी अधिक पीती हैं। मुर्गी पालन केंद्र में हर समय स्वच्छ और ठंडे पानी की व्यवस्था जरूर रखनी चाहिए। गर्मियों के दिनों में मुर्गी के लिए पानी किसी प्लास्टिक, जस्ता या फिर स्टील के बर्तन का उपयोग न करे। इसके स्थान पर मिट्टी के पात्र का उपयोग करें। जिससे की पानी अधिक समय तक ठंडा रहे। गर्मी में मुर्गी के बिछावन की मोटाई 2 इंच से अधिक नहीं हो। बिछावन अगर काफी पुरा हो गया है तो उसे बदलकर नया काम में ले। ऐसे करने पर मुर्गियों में संक्रमण का खतरा बहुत कम हो जाता हैं।

Murgi Palan In Hindi हीट स्ट्रोक होने पर क्या उपाय करें

Murgi Palan In Hindi गौरतलब है कि Poultry Farming Center में चूजों की अपेक्षा बड़ी मुर्गियों में हिट स्ट्रोक की समस्या बहुत अधिक रहती हैं। जबकि चूजे 42 डिग्री तक का तापमान सह सकते हैं। लेकिन मुर्गी इस तापमान को सहन नहीं कर सकती हैं। जिसके कारण उन्हे हिट स्ट्रोक हो जाता हैं। जिससे उनकी परेशानी बढ़ जाती हैं। जिसके कारण उनकी मौत हो जाती हैं। किसान भाईयों अगर मुर्गी पालन केंद्र में आपको मुर्गियों में ऐसे लक्षण दिखाई दें तो इससे बचने के लिए यह उपाय किए जा सकते हैं।

  • मुर्गी पालन केंद्र की छत पर एस्बेस्टास की शीट लगाई जा सकती हैं। जिससे छत गर्मी होने से बची रहती हैं।
  • कुक्कुट शाला poultry केन्द्र की छत की बाहरी सतह पर सफेद रंग से पेंट कर देना चाहिए। जिससे की सूर्य की किरणें छत से टकराकर वापस लौट जाए ओर गर्मी न हो।
  • फोगर्स के माध्यम से मुर्गी पालन केंद्र का तापमान कम किया जा सकता हैं।
  • इसके अलावा पंखे और कूलर का उपयोग कर मुर्गी शाला के तापमान को सहीं रखा जा सकता हैं।
  • खिड़कियों से 3-5 फीट की दूरी पर टाट के पर्दे लगाकर उनमें पानी का छिड़काव कर कुक्कुट शाला का तापमान कम किया जा सकता हैं।

Murgi Palan In Hindi 2022 (FAQs)

प्रश्न 1- मुर्गियों को किसी मौसम में परेशानी होती हैं
उत्तर- मुर्गियों को गर्मी में बहुत परेशानी होती हैं।

प्रश्न 2- गर्मी में मुर्गियों को क्या बीमारी हो जाती हैं
उत्तर- गर्मी में अधिक तापमान होने के कारण मुर्गियों को हिट स्ट्रोक हो जाता हैं

प्रश्न 4- हिट स्ट्रोक के कारण मुर्गियोें को क्या होता है
उत्तर- हिट स्ट्रोक होने से मुर्गियों को लकवा हो जाता है जिससे उनकी मौत हो जाती हैं

प्रश्न 3- मुर्गियों को गर्मी से बचाने के लिए क्या उपाय करना चाहिए
उत्तर- मुर्गी पालन केंद्र में ठंडा पानी और ठंडक की व्यवस्था होनी चाहिए

प्रश्न 5- गर्मियों के सीजन में मुर्गियों को कैसा आहार देना चाहिए
उत्तर- गर्मियों में मुर्गियों को प्रोटीन, विटामिन और मिनरल युक्त आहार देना चाहिए।


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