e-Kisan Upaj Nidhi: किसानों को मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, अब किसान गोदामों में रखे अनाज पर लोन ले सकेंगे

खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को डिजिटल प्लेटफॉर्म ई-किसान उपज निधि लॉन्च किया। इसकी मदद से किसान पंजीकृत गोदामों में रखी अपनी उपज के बदले लोन ले सकेंगे।

e-Kisan Upaj Nidhi: देश के किसानों के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने एक नई तरह की योजना की शुरुआत की हे। अब किसान गोदाम में रखे अपने अनाज पर भी लोन ले सकेंगे, वो भी बहुत कम ब्याज दर पर। इस नई योजना से किसानों को काफी फायदा होगा। ये लोन वेयर हाउसिंग डेवलपमेंट एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (डब्ल्यूडीआरए) द्वारा दिया जाएगा। किसानों को सिर्फ रजिस्टिर्ड गोदामों में अपने उत्पाद रखने होंगे, जिसके आधार पर उन्हें लोन दिया जाएगा। यह लोन 7% की ब्याज दर पर बिना किसी चीज को गिरवी रखे मिलेगा। सोमवार (4 मार्च, 2024) को उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में WDRA के ई-किसान उपज निधि (डिजिटल गेटवे) को लॉन्च करते हुए यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि इस डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से किसानों को बैंक के साथ संबंध बनाने का विकल्प भी उपलब्ध होगा। वर्तमान में डब्ल्यूडीआरए के पास देश भर में लगभग 5,500 रजिस्टर्ड गोदाम हैं। गोयल ने कि भंडारण के लिए अब सुरक्षा जमा शुल्क कम हो जाएगा। इन गोदामों में किसानों को पहले अपनी उपज का 3% सुरक्षा जमा राशि देनी पड़ती थी, पर अब केवल 1% सुरक्षा जमा राशि देनी होगी। किसानों को गोदामों का उपयोग करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया है।

कम कीमत की समस्या होगी खत्म

गोयल ने कहा कि ई-किसान उपज निधि किसानों को संकट के समय में उनकी प्रोडक्ट्स की कम मूल्य पर बेचने से बचाएगी. ई-किसान उपज निधि और टेक्नोलॉजी से किसानों को उपज की भंडारण की सुविधा मिलेगी. किसानों को उनकी प्रोडक्ट्स के लिए सही मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि कृषि सेक्टर 2047 तक भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

यह भी पढ़े- Wheat Procurement: मध्य प्रदेश सरकार ने गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन की तारीख 6 मार्च तक बढ़ाई

खेती को आकर्षक बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम e-Kisan Upaj Nidhi

गोयल ने कहा कि हमारे प्रयास में डिजिटल गेटवे पहल खेती को आकर्षक बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। बिना किसी संपत्ति को गिरवी रखे ई-किसान उपज निधि किसानों द्वारा संकट के समय में उनकी उपज बिक्री को रोक सकती है। अक्सर किसानों को अपनी पूरी फसल को सस्ती दरों पर बेचना पड़ता है, क्योंकि उन्हें फसल के बाद भंडारण की अच्छी रखरखाव सुविधाएं नहीं मिलती हैं। गोयल ने कहा कि डब्लूडीआरए के अंतर्गत गोदामों की अच्छी तरह से निगरानी की जाती है, इनकी स्थिति बहुत अच्छी है और ये बुनियादी ढांचे से सुसज्जित हैं, जो कृषि उपज को अच्छी हालत में रखते हैं तथा खराब नहीं होने देते और इस तरह ये किसानों के कल्याण को बढ़ावा देते हैं।

रजिस्टर्ड होंगे 1 लाख गोदाम

ई-किसान उपज निधि प्लेटफॉर्म के बारे में विस्तार से बताते हुए गोयल ने कहा कि अपनी सरलीकृत डिजिटल प्रक्रिया के साथ यह पहल किसानों के लिए किसी भी रजिस्टर्ड डब्ल्यूडीआरए गोदाम में 6 महीने की अवधि के लिए 7% वार्षिक ब्याज पर भंडारण की प्रक्रिया को आसान बना सकती है। उन्होंने गोदाम रजिस्ट्रेशन के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करने की डब्ल्यूडीआरए पहल की सराहना की, जिसमें साल-दर-साल उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। इस पोर्टल पर 1 लाख गोदामों को रजिस्टर्ड करने का लक्ष्य रखा गया है।  उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 1500 गोदाम रजिस्टर्ड किए गए थे।

यह भी पढ़े- खाद सब्सिडी (Fertilizer Subsidy): किसानों के लिए खुशखबरी, सरकार ने बढ़ाई खाद सब्सिडी

गोयल ने इस बात पर बल दिया कि ‘ई-किसान उपज निधि’ और ई-नाम के साथ, किसान एक इंटरकनेक्टिड मार्केट की टेक्नोलॉजी का उपयोग करने में सक्षम होंगे, जो उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर या उससे ज्यादा दाम पर अपनी उपज को सरकार को बेचने का फायदा पहुंचाती है।

एमएसपी (MSP) पर खरीद 2.5 गुना बढ़ी

गोयल ने कहा कि पिछले एक दशक में एमएसपी के जरिए सरकारी खरीद 2.5 गुना बढ़ी है। विश्व की सबसे बड़ी सहकारी खाद्यान्न भंडारण योजना के बारे में बोलते हुए मंत्री ने डब्ल्यूडीआरए से सहकारी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी गोदामों का फ्री रजिस्ट्रेशन करने के एक प्रस्ताव की योजना बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र के गोदामों को सहायता देने की पहल से किसानों को डब्ल्यूडीआरए गोदामों में अपनी उपज का भंडारण करने के लिए बढ़ावा मिलेगा, जिससे उन्हें अपनी फसल बेचने पर उचित मूल्य मिल सकेगा।


जुड़िये KrishiBiz से – ऐसे ही कृषि उपयोगी ज्ञानवर्धक, उपयोगी, आधुनिक तकनीक और कृषि योजनाओं आदि कृषि सम्बंधित जानकारियों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group या हमारे Telegram ग्रुप ज्वाइन करें हमारे को Facebook पेज को like करें और अपने साथियो-मित्रों के साथ शेयर जरूर करें।

Archana Sharma

श्रीमती अर्चना शर्मा Krishibiz.com के सीनियर एडिटर और संस्थापक हैं। वह मध्य प्रदेश के निवासी हैं और 8 साल से डिजिटल मीडिया में काम कर रही हैं। उन्होंने स्कूल, कॉलेज, और कई शैक्षणिक संस्थानों में सेवाएं दी हैं। उनका परिवार कृषकों से जुड़ा हुआ है, खेती और बागबानी से संबंधित विषयों की जानकर हैं। वर्तमान में, श्रीमती अर्चना आधुनिक खेती और किसानों की आय में वृद्धि के लिए शोध कर रही हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button