lahsun pyaj ka bhav 2022 मंडी में 50 पैसे किलों में हुआ नीलाम
किसान कम दाम से नाराज हैं और सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं। (lahsun pyaj ka bhav 2022) रतलाम में प्याज की प्रतीकात्मक अर्थी निकाली गई।
lahsun pyaj ka bhav 2022 लहसुन के बाद अब प्याज की कम कीमत मध्य प्रदेश के किसानों को भी रुला रही है। मंडियों में प्याज 50 पैसे से एक रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। मध्य प्रदेश की मंडी में 10 से 20 अगस्त के बीच 4 लाख 38 हजार 962 क्विंटल प्याज की आवक हुई। इन 10 दिनों में सिर्फ दो दिन 18 व 20 अगस्त को किसान 1 लाख बोरी से ज्यादा प्याज लेकर मंडियों में पहुंचे।
किसान कम दाम से नाराज हैं और सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं। (lahsun pyaj ka bhav 2022) रतलाम में प्याज की प्रतीकात्मक अर्थी निकाली गई। प्याज के भंडारण की समस्या के कारण किसान बड़ी संख्या में माल बाजार में लाने को मजबूर हैं। प्याज खराब होने का डर सता रहा है। नतीजतन, किसान औने-पौने दामों पर भी फसल बेच रहा है।
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जानिए मंडियों का हाल (lahsun pyaj ka bhav 2022)
मंदसौर मंडी में अधिकतम भाव 1244 रुपये प्रति क्विंटल और न्यूनतम भाव 50 रुपये प्रति क्विंटल रहा। इस अंतर से आप समझ सकते हैं कि खराब और अच्छे प्याज की कीमतों में भारी अंतर होता है। यही कारण है कि किसानों में रोष है। रतलाम का बाजार तो और भी हैरान करने वाला है।
जहां कभी प्याज 2100 रुपये प्रति क्विंटल बिका था। वही किसान 100 रुपये प्रति क्विंटल पर प्याज बेचने को मजबूर है। कारोबारियों का कहना है कि छोटे व खराब हुए प्याज के आने से कहीं-कहीं रेट कम हो जाते हैं। बाकी सामान्य प्याज से 8 से 15 रुपये किलो बिक रहा है। खेरची में यह 20 से 25 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
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सिर्फ 50 पैसे में खरीदा प्याज(lahsun pyaj ka bhav 2022)
10 अगस्त से 20 अगस्त तक मध्य प्रदेश की मंडियों की जांच करने पर पता चला कि मंदसौर में किसानों से प्याज 50 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा गया। यानी सिर्फ 50 पैसे रुपए किलो।
इसके अलावा इंदौर, अकोदिया, कालापीपल, नरसिंहगढ़, नीमच, बेरछा, मनासा, रतलाम, शाजापुर, शुजालपुर, सीहोर, सैलाना में एक रुपये किलो प्याज बिक रहा है। उज्जैन में 2 रु. किलो, भोपाल और खंडवा में प्याज सात रुपये किलो बिका।
इंदौर छोटा प्याज 2 से 3 रुपए किलो
lahsun pyaj ka bhav 2022 इंदौर में चोइथराम आलू-प्याज मंडी के प्रभारी आरसी परमार ने कहा कि यहां प्याज को लेकर कोई बुरा हाल नहीं है। इंदौर में प्याज के भाव 10 दिन से अच्छे हैं। यहां अच्छी क्वालिटी का प्याज 12 रुपये से 14 रुपये किलो बिक रहा है। 2 से 3 रुपये किलो में बिक रहा प्याज बहुत छोटा है या ख़राब है। आज भी प्याज का भाव 12 रुपये किलो से ऊपर है।
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मंदसौर में बंपर आवक… कम मांग
मंदसौर में इन दिनों प्याज की बंपर आवक हो रही है। मंदसौर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश खन्ना ने बताया कि इस बार जिले में प्याज का उत्पादन बढ़ा है, लेकिन मांग कम है।
प्याज को ज्यादा समय तक स्टोर नहीं किया जा सकता है। इसी वजह से इन दिनों प्याज के दाम इतने ज्यादा नहीं हैं। मंदसौर कृषि उपज मंडी में रोजाना करीब डेढ़ हजार बोरी प्याज आ रही है।
जयपुर और दिल्ली से डिमांड भी एक वजह
रतलाम की प्याज-लहसुन (lahsun pyaj ka bhav 2022) मंडी में प्याज का भाव न्यूनतम 800 रुपये से 1200 रुपये प्रति क्विंटल हो रहा है। छोटा प्याज भी 300 से 600 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल प्याज के दाम कम हैं।
पैदावार बंपर हुई है, जिससे किसानों को कम दाम मिल रहे हैं। स्थानीय प्याज कारोबारियों के मुताबिक प्याज का निर्यात बंद होने से जयपुर और दिल्ली जैसी मंडियों में प्याज की मांग पिछले साल की तुलना में कम है। इससे प्याज की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हो रही है।
बारिश के कारण नहीं हो सका स्टॉक
हर साल की तरह इस साल भी प्याज किसानों को रुला रहा है। अधिक आवक और बारिश के कारण किसान के लिए प्याज की कीमत वसूल करना मुश्किल हो रहा है। बारिश में प्याज खराब हो जाता है। इस कारण किसान इसका स्टॉक नहीं कर पा रहा है। नीमच मंडी में प्याज का न्यूनतम भाव 3 रुपये किलो और अधिकतम 13 रुपये किलो है।
बडे आंदोलन की चेतावनी (lahsun pyaj ka bhav 2022)
मालवा-निमाड़ में प्याज, लहसुन और आलू के उचित दाम नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री ने कहा, मालवा-निमाड़ में उत्पादित लहसुन, आलू, प्याज एक पैसे के भाव पर बिक रहा है।
lahsun pyaj ka bhav 2022 संयुक्त किसान मोर्चा के बबलू जाधव ने बताया कि 2 महीने पहले इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने मीडिया में कहा था कि उन्होंने किसानों की इस समस्या को देश के कृषि और वाणिज्य मंत्री के सामने उठाया है। इसके बाद दोनों मंत्रियों ने आलू, प्याज और लहसुन के निर्यात को खोलने का आश्वासन दिया।
लेकिन, अब तक न तो निर्यात शुरू हुआ है और न ही मंडियों में आलू, प्याज और लहसुन के दाम ज्यादा हैं। अगर सरकार ने इस और ध्यान नहीं देगी तो पूरे मालवा-निमाड़ में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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प्याज-लहसुन की निकाली अर्थी
रतलाम में प्याज के कम दाम मिलने पर किसानों ने मंडी (lahsun pyaj ka bhav 2022)का गेट बंद कर नीलामी रोक दी। सैलाना बस स्टैंड स्थित मंडी में भी प्रदर्शन हुआ। किसानों ने प्याज और लहसुन की कम कीमतों को लेकर अर्थी निकालकर विरोध किया। रतलाम में लहसुन जैसे ही प्याज का बंपर उत्पादन हुआ है।
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