kisan fasal bima yojana 2022 | MP में 2 कंपनियों को फसल बीमा की जिम्मेदारी- सभी जिलों की लिस्ट
kisan fasal bima yojana 2022 | सभी किसान भाई 31 जुलाई तक करवा सकते है अपनी का फसल बीमा
kisan fasal bima yojana 2022 नमस्कार किसान भाइयों जैसा की हम सब को पता है की खरीफ सीजन की मुख्य फसल सोयाबीन की खेती के लिए किसान भाई अपने-अपने खेतों में लगे हुए है। ऐसी प्रकार सरकार ने भी खरीफ सीजन की तैयारी शुरू कर दी है। जी हां दोस्तों सरकार ने इस बार किसान फसल बीमा योजना 2022 की जिम्मेदारी दो कंपिनयों को दी है। मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत चुनी गई दो कंपनियों को क्लस्टर के हिसाब से जिले आवंटित किए गए हैं।
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एआईसीएल और रिलायंस को प्रदेश में फसल बीमा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मध्य प्रदेश के 11 क्लस्टरों में से चार जिलों भोपाल, सीहोर, इंदौर और 2 क्लस्टर के देवास को रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी को और शेष 9 क्लस्टर के 48 जिलों को एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड (एआईसीएल) को आवंटित किया गया है। इन जिलों में उक्त कंपनियां फसलों का बीमा करेंगी।
इन जिलों में एआईसीएल करेगी फसल बीमा
उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, आगर मालवा, रायसेन, विदिशा, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, दतिया, शिवपुरी, ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, मुरैना, श्योपुर कलां, भिंड, राजगढ़, जबलपुर, कटनी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, डिंडोरी, सिवनी, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, नर्मदापुरम
(होशंगाबाद), हरदा, बैतूल, रीवा, सीधी, सतना, सिंगरौली, सागर दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना और निवारी।उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022-23 में फसल नुकसान का आकलन कटाई प्रयोग के आधार पर नहीं बल्कि रिमोट सेंसिंग तकनीक से किया जाएगा। खरीफ की अधिसूचित फसलों के बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई है।
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फसलों की बीमा प्रीमियम राशि
कृषि विभाग के अनुसार खरीफ फसल का बीमा करने के लिए धान के लिए प्रीमियम राशि 1853 रुपए प्रति हेक्टेयर निर्धारित है। इसी तरह बाजरे के लिए 872 रुपया प्रति हेक्टेयर, कपास के लिये 4495 रुपया प्रति हेक्टेयर, मक्का के लिए 926 रुपया प्रति हेक्टेयर निर्धारित है।
उन्होंने बताया कि फसल की बीमा राशि की जानकारी देते हुए बताया कि धान के लिए 92,626 रुपया प्रति प्रति हेक्टेयर निर्धारित है। इसी तरह बाजरे के लिए 45,588 रुपया प्रति हेक्टेयर और कपास के लिए 89,903 रुपया प्रति हेक्टेयर निर्धारित की गई है। वहीं मक्का के लिए 46,314 रुपया प्रति हेक्टेयर निर्धारित है।
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31 जुलाई तक करवा सकते है फसल बीमा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ फसल का बीमा कराने के लिए किसानों को 31 जुलाई तक आवेदन करना होगा। इस योजना के तहत कोई भी किसान अपनी फसल का बीमा करवा सकता है। जो किसान अपनी फसल का बीमा नहीं कराना चाहते हैं, वे 24 जुलाई तक अपने बैंक को लिखित आवेदन भेज सकते हैं।
उन्होंने बताया कि पहले ऋणी और गैर ऋणी किसानों के लिए बीमा कराने की योजना अलग-अलग निर्धारित की गई थी। जिसके तहत किसान का बैंक खुद बैंक से कर्ज लेकर खेती करता था, पैसे काटकर अपनी फसल का बीमा करता था। लेकिन अब सरकार ने उन किसानों को भी छूट दे दी है।
बीमित फसल को मिलेगा मुआवजा
सरकार ने प्रदेश के किसानों से अपील कि है जिसमे कहा गया है की किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के कई लाभ हैं। योजना के तहत बीमित फसल को बिजली गिरने, ओलावृष्टि, जलजमाव और अन्य प्राकृतिक कारणों से हुए नुकसान की भरपाई की जाती है।
फसल खराब होने की स्थिति में किसान को 72 घंटे के भीतर निर्धारित प्रारूप में फसल खराब होने की सूचना कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को देना आवश्यक है। जिसके बाद ख़राब फसल का अवलोकन कर नुकसान का आकलन किया जाएगा।
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