Kisan Call Center no in hindi किसान कॉल सेंटर टोल फ्री नंबर 

Kisan Call Center No in hindi एक कॉल पर करे किसान भाई अपनी समस्यों का समाधान

भारत कृषि प्रधान देश है, हमारे देश की आबादी का अधिकांश हिस्सा आर्थिक रूप से कृषि पर निर्भर है। यहीं कारण है कि हमारी आर्थिक उन्नति में कृषि का बहुत बड़ा सहयोग है। कृषि कार्य और किसानों को आत्म निर्भर बनाने और कृषि से जुड़े हुए उनके कई प्रश्नों के सही उत्तर देने के लिए किसान कॉल सेंटर Kisan Call Center की शुरूआत की गई। गौरतलब है कि भारत में पीड़ी दर पीड़ी कृषि कार्य से जुडे हुए किसान अधिकांश रूप से एक ही पद्धति से कृषि कार्य कर रहे है।

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ऐसे में उनकी आर्थिक स्थिति जितनी तेजी से बढ़नी चाहिए वैसी नहीं बढ़ रही है। कई किसान उन्नत कृषि कार्यों और सेवाओं से अपरिचित है। ऐसे ही किसानों को नई तकनीकों की जानकारी और उससे जुड़ी हुई समस्याओं के निदान के लिए भारत सरकार ने किसान कॉल सेंटर विकिपीडिया के रूप में नई सेवा शुरू की है। किसान कॉल सेंटर के माध्यम से किसान घर बैठे  Dairy Industry Technology 2022, फसल बीमा और कृषि से जुड़ी हुई समस्याओं का समाधान फ्री में पा सकते है।

किसान कॉल सेंटर कब शुरू हुआ 

भारत सरकार के केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 21 जनवरी, 2004 को किसान कॉल सेंटर (केसीसी) योजना शुरू की। परियोजना का मुख्य उद्देश्य किसानों के कृषि से जुड़े प्रश्नों का उत्तर उनकी अपनी बोली में टेलीफोन कॉल पर देना है। ये कॉल सेंटर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करते हुए 14 अलग-अलग स्थानों पर काम कर रहे हैं। किसान कॉल सेंटर के लिए एक देशव्यापी 11 अंकों का टोल फ्री नंबर kisan call center toll free number 1800-180-1551 जारी किया गया है।

यह नंबर मोबाइल फोन और लैंडलाइन के माध्यम से सुलभ है। किसानों के प्रश्नों के उत्तर 22 स्थानीय भाषाओं में दिए जाते हैं। किसान अपनी समस्या को अपनी क्षेत्र भाषा में कॉल सेंटर एजेंट को बता सकता है। उसकी समस्या का समाधान भी उसकी ही भाषा में होगा। आज हम अपने इस लेख के माध्यम किसान कॉल सेंटर के फायदे की भी जानकारी आप को दे रहे है।  

किसान कॉल सेंटर का उद्देश्य क्या है?

कॉल सेंटर सेवाएं प्रत्येक केसीसी स्थान पर सप्ताह के सभी सात दिनों में सुबह 6.00 बजे से रात 10.00 बजे तक उपलब्ध हैं। किसान कॉल सेंटर एजेंट जिन्हें फार्म टेली एडवाइजर (एफटीए) के रूप में जाना जाता है, कृषि या संबद्ध (बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, पोल्ट्री, मधुमक्खी पालन, रेशम उत्पादन, जलीय कृषि, कृषि इंजीनियरिंग, कृषि विपणन) में स्नातक या उससे ऊपर (यानी पीजी या डॉक्टरेट) हैं। जैव-प्रौद्योगिकी, गृह विज्ञान आदि और संबंधित स्थानीय भाषा में उत्कृष्ट संचार कौशल रखते हैं।

ऐसे विशेषज्ञ किसानों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर और समाधान टेलीफोन या मोबाइल पर कॉल सेंटर के माध्यम से दिए जाएेंगे। जिन प्रश्नों का उत्तर फार्म टेली एडवाइजर (एफटीए) द्वारा नहीं दिया जा सकता है, उन्हें कॉल कॉन्फ्रेंसिंग मोड में उच्च स्तर के विशेषज्ञों को स्थानांतरित कर दिया जाता है। ये विशेषज्ञ राज्य कृषि विभागों, आईसीएआर और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के विषय विशेषज्ञ हैं।

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kisan call center no

किसानों के प्रश्नों के सही और जल्द उत्तर की सुविधा के लिए एक किसान ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (केकेएमएस) विकसित की गई है और उनकी कॉल kisan call center no 1800-180-1551 के सभी विवरणों को कैप्चर किया गया है। किसान ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (केकेएमएस) की अपनी स्वतंत्र वेब साइट है। देश भर में विभिन्न केसीसी स्थानों पर काम कर रहे किसान कॉल सेंटर (केसीसी) एजेंटों के पास इस वेब साइट तक उनकी विशिष्ट आईडी और उन्हें प्रदान किए गए पास-वर्ड के माध्यम से पहुंच है।

किसान कॉल सेंटर कितने राज्यों में हैं- Kisan Call Center no

किसान काल सेंटर देश के सभी राज्यों में संचालित किये जा रहे है। अप्रैल 2011 के दौरान केसीसी कॉल सेंटर की पुरानी व्यवस्थाओं को बदलते हुए नई व्यवस्थाएं लागू की गई। जिसमें ब्लॉक से राज्य स्तर तक राज्य कृषि विभाग, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और केवीके के साथ-साथ केसीसी एजेंटों को किसानों के प्रश्नों का उत्तर देने की सुविधा में शामिल किया गया। kisan call center number एजेंट किसानों के सवालों का जवाब नहीं दे पाने की स्थिति में इन संगठनों के विशेषज्ञों के साथ कॉल कांफ्रेंसिंग के जरीए उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। 

किसान कॉल सेंटर नंबर mp

केन्द्र सरकार की इस योजना में मध्यप्रदेश राज्य और अन्य राज्यों की ओर से भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां है। जिसमें केसीसी द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में सुधार के लिए राज्य निम्नलिखित तरीके से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। केसीसी kisan call center toll free number एजेंटों द्वारा किसानों को दी जा रही जानकारी की निगरानी करना। प्रचार प्रसार करना, किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों और एजेंटों के बीच समन्वय करना।

कृषि और किसानों के हितों के लिए बनाई गई आकस्मिक योजनों की जानकारी देना। नई गाइड, बुक और बुकलेट के संस्करण देना। साप्ताहिक प्रतिक्रियाएं देना और फसल रोगों की व्यापकता तथा कीट संक्रमण की रोकथाम की जानकारी देना। आदी महत्पूर्ण कार्य किसान कॉल सेंटर के तहत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किए जाते है। 

किसान कॉल सेंटर रजिस्ट्रेशन 

देश और मध्यप्रदेश का कोई भी किसान कॉल सेंटर पर आसानी से रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। ऐसे किसान जो इंटरनेट की सुविधा का उपयोग करते है वो पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, या वह पास के कस्टमर सर्विस सेंटर (सीएससी) में जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते है। वेब रजिस्ट्रेशन के लिए http://mkisan.gov.in/hindi/wbreg.aspx पर क्लिक करें। इसके अलावा किसान मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते है।

इसके लिए किसान को अपने स्वयं के मोबाइल से एसएमएस करना होगा। किसान 51969 या 7738299899 पर एक एसएमएस भेजकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन ऐसे करें- मैसेज बॉक्स में ये टाइप करें “किसान GOV REG < नाम > <राज्य का नाम> <जिला का नाम><ब्लॉक का नाम >” संदेश लिखने के बाद 51969 या 7738299899 पर भेज दें. 

किसान कॉल सेंटर हेल्पलाइन नंबर-kisan call center toll free number 

फसल, खेती-किसानी, बागवानी, पशुपालन, सरकारी योजनाएं और कृषि से जुड़ी हुई किसी भी जानकारी के लिए कोई भी ग्रामीण किसान कॉल सेंटर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकता है। अगर आप ऑनलाइन घर बैठे किसान कॉल सेंटर kisan call center toll free number के बारे में अपने राज्य के टोल फ्री नंबर की जानकारी देखना चाहते है तो आपको नीचे दी गई स्टेप को फोलोें करना होगा। 

  1. आपको किसान कॉल सेंटर की अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा। 
  2. वेबसाइट ओपन होते ही किसान कॉल सेंटर हेल्पलाइन नंबर की जानकारी के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। 
  3. क्लिक करते ही आपके सामने देश के सभी राज्यों के हेल्पलाइन नंबर की लिस्ट ओपन हो जाएगी। 
  4. इसके बाद आप अपने मोबाइल से अपने राज्य के कॉल सेंटर हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर सकते है। 

F&Q (सामान्य रूप से पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न -1 किसान कॉल सेंटर में शिकायत कैसे कर सकते हैं

उत्तर- किसान कॉल सेंटर के हेल्पलाइन नंबर या फिर वेब पोर्टल पर आप अपनी शिकायत कर सकते है । 

प्रश्न-2 किसान कॉल सेंटर किसान की मदद कैसे करता है?

उत्तर- किसान कॉल सेंटर कृषि कार्य, पशुपालन और सरकारी योजनाओं से जुड़े प्रश्न के उत्तर दे कर किसानों की मदद करता है।   

प्रश्न-3 किसान कॉल सेंटर का नंबर क्या है। 

उत्तर- किसान कॉल सेंटर का नंबर 1800-180-1551 है। 

प्रश्न-4 कॉल सेंटर पर कितनी भाषाओं में जानकारी दी जाती है। 

उत्तर- कॉल सेंटर पर 22 भाषाओं में किसानों को जानकारी मिल सकती है। 

प्रश्न-5 किसान कॉल सेंटर आप क्या पूछ सकते हैं। 

उत्तर- किसान कॉल सेंटर में कृषि कार्य से जुड़े हुए प्रश्न पूछ सकते है। 

विनम्र निवेदन –

  • हम उम्मीद करते है की आप सभी को केंद्र सरकार की इस योजना किसान कॉल सेंटर के बारे में हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी। आप हमारे साथ ऐसे ही बने रही ये और ऐसी सरकारी योजनाओं की तथायत्मक जानकारी पाते रहे। 
  • लेख पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद! आपसे बस यही गुजारिश हैं की आप KrishiBiz के लेख को अपने साथियो-मित्रों के साथ शेयर जरूर करें ताकि भारत का हर हिंदी भाषी किसान भाई अपने कृषि व्यवसाय को मुनाफे का व्यापार बनाये।
  • आपके पास सम्बंधित कोई प्रश्न या जानकारी हो तो निचे कमेंट करें हम कोशिश करेंगे की उस विषय पर आर्टिकल उसी विशेषज्ञ द्वारा आप तक पंहुचे।
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