IFFCO को मिली बड़ी सफलता Nano Urea, Nano DAP का मिला पेटेंट

IFFCO Nano Urea और Nano DAP के लिए 20 साल का पेटेंट मिला, किसान भाइयों को होगा फायदा

इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) ने अपने नैनो टेक्नोलॉजी आधारित उर्वरक IFFCO Nano Urea और  Nano dap के लिए 20 साल का पेटेंट हासिल किया है।

कंपनी ने यह जानकारी दी। इफको लिमिटेड ने कहा कि उसने अपने दो नए उत्पादों नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के लिए patent हासिल कर लिया है। इफको जल्द की कृषि के क्षेत्र में कई और नए उत्पाद लेकर आने वाली है।

अधिक खपत होने वाले उर्वरक हैं यूरिया 

यूरिया और डी-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) देश में व्यापक रूप से खपत होने वाले उर्वरक हैं। इफको ने भारत सरकार से अपने नैनो उत्पादों के लिए 20 वर्षों की अवधि के लिए पेटेंट प्राप्त किया है।

इफको के प्रबंध निदेशक यूएस अवस्थी ने कहा, “इफको नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की यह बौद्धिक संपदा कृषि की लागत को कम करके भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।

किसानों को होगा फायदा

इफको के नैनो यूरिया और नैनो डीएपी अगली पीढ़ी के उर्वरक हैं जो किसानों और पर्यावरण को लाभ पहुंचा रहे हैं। बयान के अनुसार, ये उत्पाद मिट्टी, वायु और जल प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगे।

अवस्थी ने कहा कि अच्छी गुणवत्ता वाली फसलों के उत्पादन के लिए इन नए उत्पादों की कम मात्रा की आवश्यकता होती है, साथ ही ये मिट्टी को स्वस्थ रखते हैं।

उन्होंने कहा कि यह मिट्टी को रसायनों के अत्यधिक उपयोग से बचाने का एक प्रयास है, जो इफको की दीर्घकालिक दृष्टि और प्रतिबद्धता है।

इन्होंने दिलाई सफलता

इफको को यह सफलता गुजरात के कलोल स्थित उसके नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर-एनबीआरसी के वैज्ञानिकों ने दी है। इस नैनो फर्टिलाइजर को जल्द बाजार में उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू हो गया है। इससे पहले पिछले साल जुलाई से इफको नैनो यूरिया विकसित कर किसानों को दे रहा है।

भारत का यह प्रक्षेपण दुनिया में अपनी तरह का पहला प्रक्षेपण है। इफको यहीं नहीं रुका है, यह वर्तमान में नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है। नैनो डीएपी भी नैनो यूरिया की तरह 500 एमएल की बोतल में मिलेगा।

यानी किसानों को 18 सौ रुपये की 50 किलो बोरी की जगह बहुत कम डीएपी में काम होगा। इसकी कीमतों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन अनुमान के मुताबिक यह 600 रुपये प्रति बोतल हो सकती है।

क्या है Nano Urea

किसानों के काम को ओर अधिक आसान बनाने का प्रयास लगातार किया जा रहा हैं। चाहे वह मशीनरी हो, उन्नत बीज हो या फिर खाद/उर्वरक ऐसी एक क्रांति नैनो यूरिया के रूप में आई है।

इफको ने किसान भाईयों के लिए विश्व का पहला लिक्विड Nano Urea Khad का निर्माण किया हैं। सुविधाजक और किफायती होने के कारण किसान इसका उपयोग भी कर रहे हैं। इफको नैनो यूरिया के बाजार में लॉन्च होने से पहले ही किसान इसको लेकर उत्सुक थें।

NANO UREA का क्या फायदा है?

  • IFFCO NANO UREA Liquid ठोस यूरिया की आवश्यकता को 50 प्रतिशत या उससे अधिक कम करता हैं।
  • नैनो यूरिया का कम मात्रा में प्रयोग करने के बाद भी अधिक उत्पादन किसान को मिलता हैं।
  • पर्यावरण के अनुकूल फसल का उत्पादन के साथ ही मिट्टी, वायु और पानी के प्रदूषण को रोकता हैं।
  • पूरानी यूरिया की तुलना में सस्ती।
  • कृषि आदान की लागत में कमी, किसानों की आय को बढ़ाने में सहायक।
  • फसल उत्पादन, मृदा स्वास्थ्य और उपज की पोषण गुणवत्ता में सुधार लाता हैं।

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