Good news for farmers: किसानों के लिए खुशखबरी, तीन साल तक नहीं बढ़ेगा यूरिया का दाम |
केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए बड़ा फैसला लेते हुए 3 लाख 72 हजार करोड़ रुपये का बड़े पैकेज को दी मंजूरी
केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए बड़ा फैसला लेते हुए किसानों के लिए 3 लाख 72 हजार करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया है, जिसके तहत अकेले यूरिया पर 3 लाख 68 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। यानी यूरिया पर सब्सिडी का बोझ सरकार खुद उठाएगी। महंगाई का जो बोझ किसानों पर पड़ना था वह किसानों पर नहीं पड़ेगा। 45 किलो यूरिया की कीमत सिर्फ 267 रुपये थी और अगले तीन साल तक यही रहेगी। कहने का मतलब यह है कि बाकी चीजों की महंगाई भले ही बढ़ जाए लेकिन यूरिया का भाव वैसे ही रहेगा। सरकार ने यूरिया की सब्सिडी के लिए हर साल 1.25 लाख करोड़ रुपये दिये हैं। और इससे अगले तीन साल तक किसानों को एक बड़ा सुरक्षा कवच मिलेगा, जिसके तहत 2200 रुपये प्रति बैग मिलने वाला यूरिया किसानों को 267 रुपये में मिलेगा।
पीएम प्रणाम योजना शुरू
दूसरा फैसला सरकार ने ये लिया है कि पीएम प्रणाम योजना शुरू की गई है जिसके मुताबिक वैकल्पिक उर्वरक यानी डेली फर्टिलाइजर जो कि बायोफर्टिलाइजर है उसे बढ़ावा दिया जाएगा और रासायनिक उर्वरक का संतुलन बनाकर इस्तेमाल किया जाएगा।
अभी जो सब्सिडी किसी राज्य को जा रही है, जो सब्सिडी केमिकल प्लांट को जा रही है, जो भी कमी होगी, उसका 50% पैसा उस राज्य को दिया जाएगा ताकि वह जैविक या प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे सके।
तीन से चार साल में नैनो यूरिया के 8 नए प्लांट शुरू किए जाएंगे
तीसरी बात नैनो यूरिया के बारे में कही गई है, जो अब एक नई तकनीक है, नैनो यूरिया और नैनो फर्टिलाइजर का भारत में ही उत्पादन हुआ , ताकि भूमि में प्रदूषण को कम किया जा सके, क्योंकि किसान जिस तरह का यूरिया इस्तेमाल करते हैं वर्तमान समय में भूमि जल में नाइट्रेट की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे जल प्रदूषित हो जाता है, लेकिन नैनो यूरिया, जो केवल पत्तियों पर गिरती है, जमीन पर नहीं जाती, जिससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है और जल भी प्रदूषित भी नहीं होता है। इन तीन चीजों पर अगले तीन से चार साल में नैनो यूरिया के 8 नए प्लांट शुरू किए जाएंगे, जिसमें नैनो यूरिया, नैनो DAP को बढ़ावा दिया जाएगा।
नीमकोटेड यूरिया, सल्फर यूरिया कोटेड यूरिया लेने की घोषणा
अगला ये कि धरती में पोषक तत्वों की कमी हो गई है, विशेषकर जिंक, सल्फर और बोरॉन की। इनकी कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं, जैसे नीमकोटेड यूरिया, सल्फर यूरिया कोटेड यूरिया लेने की घोषणा की गई है।
आने वाले दिनों में जिन्क और बोरॉन यूरिया भी लॉन्च
भारत में जो कृषको की जमीन है, उसमें 42% भूमि ऐसी है जिसमें सल्फर की कमी है, 39% भूमि ऐसी है जिसमें जिंक की कमी है और 23% भूमि ऐसी है जिसमें बोरॉन की कमी है, अब सल्फर की कमी नहीं हो पायेगी। सरकार आने वाले दिनों में जिन्क और बोरॉन यूरिया भी लॉन्च करेगी।
वर्तमान पैकेज किसानों की आय बढ़ाने के लिए है ताकि किसानों पर कोई बोझ न पड़े। वहीं 3 लाख 72 हजार करोड़ रुपये का बड़ा पैकेज है, जिसमें से 1.25 लाख करोड़ रुपये हर साल किसानों को दिए जाएंगे। जो किसानों के लिए बड़ी राहत होगी।
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