fish estate scheme 2022 मछली पालकों को मिलेगी 2 लाख की सब्सिडी
fish estate scheme 2022 मछली पालकों को अग्रिम सब्सिडी देगी राज्य सरकार, जानिए पूरी जानकारी
मछली पालन करने वाले किसानों के लिए सरकार द्वारा fish estate scheme 2022 शुरू की गई है। इसके तहत किसानों को मत्स्य पालन के लिए सब्सिडी दी जाती है। साथ ही इन किसानों को क्रेडिट कार्ड से भी जोड़ा जा रहा है ताकि उनके लिए कर्ज लेना आसान हो जाए। बता दें कि क्रेडिट कार्ड के जरिए मछली किसान किसान बैंक से 2 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं।
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इसी क्रम में हरियाणा सरकार की ओर से मछली किसानों के लाभ के लिए एक बेहद अहम फैसला लिया गया है। मत्स्य संपदा योजना 2022 के तहत किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी के भुगतान में देरी होने पर राज्य सरकार सब्सिडी का पैसा अग्रिम
रूप से किसानों के खाते में ट्रांसफर कर देगी। इसके अलावा अगर कोई मछली किसान किसान अपने प्लाट में सोलर पंप लगाना चाहता है तो उसे 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। हरियाणा सरकार के इस कदम से राज्य के मछली पालकों को फायदा होगा।
सोलर पंप लगाने पर मिलेगी 2 लाख रुपये की सब्सिडी fish estate scheme 2022
मुख्यमंत्री ने कहा कि मछली पालन में बिजली की खपत एक बड़ा मुद्दा है। fish estate scheme 2022 वर्तमान में सरकार जिन किसानों की खपत 20 किलोवाट है, उन्हें 4.75 प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध करा रही है।
बिजली की खपत कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए मछली किसान अपने भूखंडों पर सोलर प्लांट भी लगा सकते हैं। इसके लिए उन्हें 20 हजार रुपये प्रति हॉर्स पावर की सब्सिडी दी जा रही है। जो अधिकतम 2 लाख रुपये तक हो सकता है।
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टेस्टिंग लैब की स्थापना की जाएगी fish estate scheme 2022
fish estate scheme 2022 मुख्यमंत्री ने सिरसा जिले के मत्स्य किसानों के लिए सिरसा में मत्स्य परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित करने की घोषणा की है। इससे यहां के झींगा मछली किसानों को सीधा फायदा होगा। सिरसा जिले के चोरमार खेड़ा गांव में आयोजित झींगा किसानों की कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले यहां के मछली पालकों को रोहतक जाकर लैब टेस्टिंग की सुविधा लेनी पड़ती थी।
किसानों को मिलेंगे क्रेडिट कार्ड
इसके अलावा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मछली की खरीद-बिक्री के लिए या तो झज्जर या गुरुग्राम जिले में थोक मछली बाजार स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को आर्थिक लाभ होगा। किसान आसानी से बैंक से ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए मछली पालकों को क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सरकार बैंकों और बीमा कंपनियों को मत्स्य पालन का बीमा करने के लिए भी कह रही है।
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भिवानी में बनेगा एक्वापार्क
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भिवानी जिले के गरवा गांव में 30 करोड़ रुपये की लागत से एक्वापार्क बनाया जाएगा. यह एक्वापार्क 25 एकड़ में फैला होगा। इसमें मछली पालन से संबंधित नए शोध, मछली पालन की नई किस्म, बीजों पर शोध किया जाएगा। इससे मछली पालकों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ अगले तीन साल तक दिया जाएगा।
झींगा मछली पालन fish estate scheme 2022
राज्य सरकार राज्य में झींगा मछली को बढ़ाने के प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार मछली पालकों को झींगा मछली पालन से जुड़ी योजनाओं का लाभ मुहैया करा रही है। यहां से झींगा मछलियों का निर्यात किया जाता है। हरियाणा में 4 हजार मीट्रिक टन तक झींगा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
बता दें कि वर्ष 2014-15 में झींगा पालन का रकबा 70 एकड़ था और कुल उत्पादन 140 मीट्रिक टन था, जो 2021-22 में बढ़कर 1250 एकड़ और 2900 मीट्रिक टन हो गया। सरकार ने इस साल 1250 एकड़ से 2500 एकड़ और उत्पादन 2900 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 4 हजार मीट्रिक टन करने का लक्ष्य रखा है।
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किसानों को होगा लाभ fish estate scheme 2022
केंद्र सरकार द्वारा नीली क्रांति को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत सिरसा जिले में झींगा मछली का उत्पादन बढ़ाने का काम किया जा रहा है। किसान बीन भूमि या लवणीय भूमि जिसमें पानी खारा हो, झींगा मछली की खेती आसानी से की जा सकती है।
खारे पानी में झींगा मछली का उत्पादन बढ़ाकर जिले के किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। बता दें कि झींगा पालन के लिए खारे पानी की जरूरत होती है। इस दृष्टि से मछली पालन के लिए बीन भूमि एक बेहतर विकल्प है।
मछली पालन से खेती कर किसान बढ़ाएं आमदनी
किसान खेती के साथ-साथ मछली पालन कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। किसान पारंपरिक फसलों के साथ-साथ मछली पालन से भी काफी लाभ कमा सकते हैं। बता दें कि झींगा मछली पालन के मामले में जिला सिरसा पहले स्थान पर है। आज सिरसा में करीब 1200 एकड़ में झींगे की खेती हो रही है, जबकि पूरे राज्य में यह आंकड़ा करीब 1800 एकड़ में ही है।
झींगा मछली पालन भी कर सकते हैं
जिला मात्स्यिकी अधिकारी के अनुसार झींगे की खेती के लिए खारे पानी की आवश्यकता होती है और सिरसा जिले के कई हिस्सों में खारा पानी आसानी से उपलब्ध हो जाता है. इसलिए झींगा मछली की खेती से काफी फायदा होता है। किसान पंचायती जमीन को 8 साल तक के पट्टे पर लेकर झींगा की खेती भी कर सकते हैं। इससे पंचायत का राजस्व भी बढ़ेगा
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