e-NAM Portal से किसानो को होगा लाखों का मुनाफा, कैसे उठाये फायदा
e-NAM Portal क्या हैं राष्ट्रिय कृषि बाजार से कैसे प्राप्त करें लाभ, रजिस्ट्रेशन कैसे करें, अपनी फसल केसे बेचें, जानिए पूरी प्रोसेस step by step
केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए कई किसान कल्याण से जुड़ी हुई योजनाए शुरू की। सरकार लगातार यह प्रयास करती रहती है कि किसानों की आय को दुगना कैसे किया जाए। ऐसी कई तमाम समस्याओं के निदान के लिए सरकार ने राष्ट्रीय कृषि बाजार(e-NAM PORTAL) की शुरूआत की। किसानों के लाभ के लिए ऑनलाइन मंडी किसानों के लिए बहुत फादेमंद साबित हो रही है। e-NAM को हिंदी में राष्ट्रिय कृषि बाजार एवं इंग्लिश में National Agriculture Market के नाम से भी जाना जाता हैं।
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देश के कई किसान इसके साथ जुड़ चुके है। जिसका फायदा यह हुआ है किसानों की आय दोगुनी हो रही है। सरकार भी लगातार किसानों के आर्थिक विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही रही है। ऐसी कई योजनाएं है जो सरकार द्वारा संचालित की जा रही है। जिनमे किसान कॉल सेन्टर टोल फ्री नंबर, DBT Urvarak Subsidy Yojana 2022 आदी शामिल है। किसान भाईयों आज हम आपको ई-नाम/e-NAM बारे में जानकारी देने जा रहे है।
केंद्र सरकार में पीएम नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर (National Agriculture Market) राष्ट्रीय ई-नाम कृषि बाजार की 14 अप्रैल 2016 को शुरूआत की है। यह एक ऑनलाइन मंडी है। वर्तमान में यह किसानों के लिए बहुत अच्छे कार्य कर रही है। देश के कई किसान अब मंडी (e-NAM mandi) के साथ जुड़कर काम कर रहे है। यहीं कारण है कि देश में करीब इस योजना से दो करोड़ से अधिक किसान भाई जुड़ चुके है।
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गौरतलब है कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम मंडी/e-NAM Scheme) से साल 2017 में केवल 17 हजार किसान ही जुड़े थे। जबकि अभी तक तकरीबन 2 करोड़ से अधिक किसान इसका लाभ ले चुके है। ई-नाम कृषि बाजार के माध्यम से किसान अपनी उपज उचित दामों पर बेच सकते है। जिससे उनकी आय दोगुनी होने की प्रबल संभावना होती है।
e-NAM योजना क्या है?
e-NAM पोर्टल एक राष्ट्रीय कृषि बाजार है जो ऑनलाइन फसल बिक्री के लिए काम करता है। किसान अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त करने और खरीदने और बेचने के लिए अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य प्रदान करने के लिए देश भर में कृषि बाजार मंडी की स्थापना की गई है और अब यह राष्ट्रीय कृषि बाजार के रूप में कार्य करती है।
राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना / e-NAM मंडी का उद्देश्य
गौरतलब है कि ई-नाम कृषि बाजार/ e-NAM Portal एक तरह का ऑनलाइन पोर्टल है। इसके माध्यम से देश के सभी किसानों को 585 से अधिक कृषि उपज मंडी में अपने अनाज या फसल को उचित दामों में बेचने का बाजार आसानी से उपलब्ध होता है। ई-नाम कृषि बाजार/ e-NAM देश के एग्री मार्केटिंग कम्यूनिट को एक नेटवर्क से जोड़ने का कार्य कर रही है।
इसका उद्देश्य यह है कि एग्रीकल्चर प्रोडक्ट के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक व्यवस्थित और उचित बाजार मिल जाए। जिसमें किसानों को उनकी कृषि उपज, फसल और अनाज के बदले सहीं रकम मिल जाए। ई-नाम पोर्टल/ eNAM portal की इसी विशेषता को देखते हुए कई किसान तेजी से इसके साथ जुड़ रहे है। नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट के माध्यम से कृषि उत्पादों को आसानी से अधिक दाम मिल जाते है।
सरकार की यह योजना है कि आने वाले कुछ सालों में किसानों की आय दोगुनी हो जाए। यहीं कारण है कि केन्द्र सरकार ने फसल बीमा, पीएम किसान सम्मान निधि योजना के साथ प्रदेश स्तर पर भी कई योजनाएं शुरू की है। इसी के साथ e-NAM portal के माध्यम से भी कई किसान भाई लाभान्वित हुए है।
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e-NAM कृषि बाजार पोर्टल के लाभ
ई-नाम पोर्टल के माध्मय से कोई भी किसान ऑनलाइन घर बैठे देश की सभी बड़ी और छोटी कृषि उपज मंडियों में फसलों और उपज के भाव और कीमत आसानी से देख सकता है। ई-नाम कृषि बाजार पूरी तरह से डिजिटल है। ई-नाम पोर्टल से देश की सभी मंडी ऑनलाइन जुड़ी हुई है। जिसका सीधा फायदा किसानों को मिल रहा है। अगर कोई किसान भाई मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर या फिर उज्जैन का रहने वाला है।
उसे अपनी उपज का भाव यूपी, राजस्थान, गुजरात या फिर अन्य प्रदेश के बड़े शहर की कृषि मंडी में जांचना है तो वह आसानी से यह काम कर सकता है। ई-नाम पोर्टल के जरीए दो राज्यों के बीच काम करना संभव हो गया है। इस साल सरकार ने ई-नाम में 200 मंडियों को भी जोड़ा है। इस पोर्टल के शुरू होने से किसान भाईयों को अब बिचौलियों पर निर्भर नहीं होना पड़ता है। किसान स्वयं अपनी फसल को मंडियों में भेज सकते है।
सरकारी योजना का नाम | कृषि ई-नाम योजना |
Portal का नाम | e-NAM Portal |
शुरू किया गया | देश के सभी किसानों के लिए |
फायदा | सभी किसानों को एकल मंडी से जोड़ना |
उद्देश्य | सभी किसानों को राष्ट्रीय कृषि बाजार के तहत जोड़ना और उन्हें ऑनलाइन की मंडी उपलब्ध कराना, जिससे कृषि उपज की खरीद बिक्री में बिचौलियों की काम खत्म हो जाए और सीधा फायदा किसानों को मिल सके | |
लाभार्थी | देश का सभी किसान |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन के माध्यम |
Official Website | enam.gov.in |
किसानों के लिए थी बड़ी समस्या ?
ई-नाम पोर्टल के आने से पहले किसानों की सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वह जो फसल उगा रहे हैं उस पर मेहनत कर रहे हैं, लेकिन जब वह फसल को बाजार में ले जाते हैं तो बिचौलिए को दे देते हैं। और वह बिचौलिया उसे खरीदार को बेचता है, ऐसे में किसानों को बिचौलियों ने कम पैसे देकर खरीद लिया और किसानों को उनकी फसल के बदले में उचित मूल्य नहीं मिल सका, लेकिन इस पोर्टल के आने से यह समस्या अब खत्म हो गई है।
e-NAM कृषि बाजार रजिस्ट्रेशन के आवश्यक दस्तावेज
- पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता परिचय पत्र)
- बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- एक पासपोर्ट साइज का नया फोटो
ई-नाम कृषि बाजार पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कैसे करे ?
देश में रहने वाला कोई भी किसान इस योजना का लाभ ले सकता है। अगर आप किसान है और अपना रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते है तो नीचे दी गई स्टेप को फॉलो करें।
- सबसे पहले आपको ई-नाम की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वहां जाने के बाद आपके सामने होम पेज ओपन हो जाएगा।
- होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन का एक ऑप्शन दिखाई देगा। यहां पर क्लिक करने के बाद आपके सामने नया पेज ओपन होगा।
- इस नए पेज पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म ओपन हो जाएगा। इसमें फॉर्म में किसान पंजीकरण प्रकार, स्तर का चयन करना होगा। इसके बाद नाम, जन्म तारीख, आधार नंबर, बैंक डिटेल और मोबाइल नंबर आदी देनी होगी।
- किसान को बैक पासबुक की कॉपी तथा रद्द किया हुआ बैंक चेक और आईडी प्रूफ की कॉपी को स्कैन कर अपलोड़ करनी होगी।
- सभी जानकारी ठीक से भरने के बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद जमा किए गए फॉर्म का एक प्रिंट आउट अपने पास रखना होगा, ताकि भविष्य में उसकी जरूरत पड़े तो वह काम आए। रजिस्ट्रेशन होने पर किसान अपने कृषि उत्पादों के बेचने के लिए इस पर लॉगिन कर सकता है।
e-NAM कृषि बाजार पोर्टल पर लॉगिन कैसे करें ?
- सबसे पहले पंजीकृत किसान को ई-नाम की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब आपके सामने होम पेज खुलेगा।
- जहां पर आपके सामने लॉगिन हेयर का ऑप्शन आएंगा।
- जहां आपको अपना यूजर नेम, पासवर्ड और उसके बाद कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
- अब आपको लॉगिन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
ई-नाम कृषि बाजार मंडी का मोबाइल ऐप कैसे डाउनलोड करें ?
ई-नाम पोर्टल कृषि बाजार को अपने मोबाइल से ऑपरेट करने के लिए इसका मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा। ई-नाम पोर्टल के मोबाइल ऐप को डाउनलोड करने के लिए नीचे दी गई स्टेप को फॉलो करना होगा।
- सबसे पहले आपको अपने मोबाइल के गुगल प्ले स्टोर को ओपन करना होगा।
- प्ले स्टोर के सबसे ऊपर सर्च बाक्स में ई-नाम दर्ज कर सर्च करना होगा।
- सर्च करते ही आपके सामने कई मोबाइल ऐप की सूची आ जाएगी।
- आपको मोबाइल स्क्रिन पर आई सूची में सबसे पहले वाले रिजल्द को क्लिक करना होगा।
- इसके बाद इंस्टॉल के ऑप्शन पर टच करना होगा।
- कुछ ही देर में आपके मोबाइल पर ई-नाम मोबाइल ऐप डाउनलोड हो जाएगा।
ई-नाम पोर्टल से देश की मंडियों की जानकारी कैसे ले ?
गौरतलब है कि ई-नाम पोटर्ल के माध्यम से हमारे देश के सभी कृषि उपज मंडियों की जानकारी हासिल की जा सकती है। किसान अपनी सुविधा के लिए इस ऑप्शन का फायदा उठा सकता है। अगर आप किसान है और ई-नाम पोर्टल से देश की मंडियों की जानकारी लेना चाहते है तो नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो करें।
- आपको सबसे पहले ई-नाम की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- जहां आपके सामने वेबसाइट का होम पेज ओपन होगा।
- होम पेज पर ई-नाम मंडीज के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- यहां पर आपके सामने कांटेक्ट डिटेल्स, ट्रेडिंग डिटेल्स और मंडीज ऑनलाइन के ऑप्शन आ जाऐंगे।
- आपको अपनी आवश्यकता अनुसार इन ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा।
- जहां आपको अपने राज्य, जिले, कमोडिटी आदी का चयन करना होगा।
- इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- चंद पहलों में जानकारी आपके सामने होगी।
e-NAM रजिस्ट्रेशन किसान हेल्पलाइन (टोल फ्री) नंबर
कोई भी e-NAM रजिस्ट्रेशन किसान भाई किसी भी प्रश्न या कठिनाई होने पर हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकता है।
- हेल्पलाइन (टोल फ्री) नंबर: 1800 270 0224
- ईमेल आईडी: [email protected], [email protected]
- आधिकारिक वेबसाइट: enam.gov.in
FAQ -सामन्यत: पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1– ई-नाम स्किम किसके लिए है ?
उत्तर- ई-नाम स्किम देश के सभी किसान भाईयों के लिए है।।
प्रश्न 2– ई-नाम स्किम का लाभ कौन ले सकता है।
उत्तर- ई-नाम स्क्मि का लाभ पोर्टल पर पंजीकृत किसान ले सकता है।
प्रश्न 3– e-NAM पोर्टल की शुरूआत कब हुई।
उत्तर- ई-नाम पोर्टल की शुरूआत 14 अप्रैल 2016 को हुई थी।
प्रश्न 4– ई-नाम कृषि पोर्टल से किसे जोड़ा गया है।
उत्तर- ई-नाम कृषि पोर्टल से देश की सभी मंड़ियों को जोड़ा गया है।
प्रश्न 5– ई-नाम कृषि बाजार पोर्टल का उद्देश्य क्या है।
उत्तर- ई-नाम कृषि बाजार पोर्टल का उद्देश्य किसानों का आर्थिक विकास करना है।
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