Chana ka bhav | एमएसपी से कम भाव में चना बेचने को मजबूर किसान

किसानों को नहीं मिल रहा Chana ka bhav न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे बेचना पड़ रहा

दलहनी फसलों में अहम स्थान रखने वाले Chana ka bhav इस साल बहुत खराब है। इसकी बिक्री पूरे सीजन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से नीचे की गई है। दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान की मंडियों में अब भी इसके भाव नहीं बढ़ रही है। Chana ka bhav एमएसपी 5230 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। जबकि अब किसानों को 4500 रुपये से लेकर 4800 रुपये तक के भाव मिल रहे हैं। यह दो प्रमुख चना उत्पादक राज्यों राजस्थान और मध्य प्रदेश की स्थिति है।

आज मंडी में Chana ka bhav

गुरुवार 28 जुलाई को इंदौर चना मंडी में 4690 रुपये, झांसी मंडी में 4900 रुपये, हरदा और उज्जैन मंडी में 4730 रुपये और नीमच में 4820 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भाव था। इसी तरह बीकानेर मंडी में 4570 रुपये प्रति क्विंटल,

जयपुर में 4735 से 4800 रुपये और श्रीगंगानगर में 4550 रुपये प्रति क्विंटल की दर से रू. किसान नेता रामपाल जाट का कहना है कि इस साल राजस्थान में किसानों ने औसतन 4300 रुपये प्रति क्विंटल तक चना बेचा है।

जिससे उन्हें 900 रुपये प्रति क्विंटल तक का नुकसान हुआ। एमएसपी के बावजूद किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। इसलिए किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं।

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चना खरीदी का लक्ष्य

वर्ष 2022-23 के लिए सरकारी चना खरीद का लक्ष्य 29 लाख मीट्रिक टन है, जिसमें से 25.92 लाख मीट्रिक टन की खरीद पूरी हो चुकी है। जो निर्धारित लक्ष्य का 89 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में चने की खरीद लक्ष्य के 98 फीसदी, गुजरात में 104 फीसदी, मध्य प्रदेश में 92 फीसदी और राजस्थान में 50 फीसदी तक पहुंच गई है।

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चना की कुल खरीद

चना की कुल खरीद 25.92 लाख मीट्रिक टन की गई है। राज्यवार सरकारी खरीद आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में 7.60 लाख मीट्रिक टन, गुजरात में 5.59 लाख मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश में 8.02 लाख मीट्रिक टन, कर्नाटक में 74 हज़ार मीट्रिक टन और आंध्र प्रदेश में 72 हज़ार मीट्रिक टन की खरीद की गई है।

इसी तरह राजस्थान में 2.99 लाख मीट्रिक टन और उत्तर प्रदेश में 26.45 हजार मीट्रिक टन चना की सरकारी खरीद की गई है। उपरोक्त सभी राज्यों में खरीद कार्यक्रम पूरा कर लिया गया है।

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इसलिए कम है Chana ka bhav

Chana ka bhav में उतार-चढ़ाव का सीधा संबंध मांग और आपूर्ति से होता है। बताया गया है कि इस साल चने का उत्पादन ज्यादा है, इसलिए कीमत एमएसपी से नीचे आ गई है।

हालांकि भारत अभी भी दालों के मामले में दूसरे देशों पर निर्भर है। अगर उत्पादन की बात करें तो चने का उत्पादन सालाना आधार पर 17.4 प्रतिशत बढ़कर 139.8 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है।

गुजरात में चना उत्पादन 49 प्रतिशत बढ़कर 21.4 लाख मीट्रिक टन, राजस्थान में 20 प्रतिशत बढ़कर 27.2 लाख मीट्रिक टन और महाराष्ट्र में 15 प्रतिशत बढ़कर 27.6 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है।

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