Animal Fodder: यह चारा पशुओं को सर्दियों में भी रखेगा स्वस्थ, दूध की बढ़ेगी मात्रा
पशुओं का ड्राईफ्रूट है ये चारा , जानिए कैसे करे अजोला चारा की खेती
Animal Fodder: सर्दियों के मौसम में पशुओं के बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है जिसका सीधा असर दूध के उत्पादन पर पड़ता है। सर्दियों में मनुष्य की तरह ही दुधारू पशुओं को अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है। पशु बीमार होने के कारण कम दूध देना शुरू कर देते है, जिससे किसान को नुकसान होता है। ऐसे में किसान को चाहिए कि इस मौसम में पशुओं का विशेष ध्यान रखें और उनके आहार में पौष्टिकता से भरपूर चारे का इस्तेमाल करें जिससे उनकी दूध देने की क्षमता पहले की जैसी बनी रहे।
गाय, भैंस जैसे दुधारू पशुओं को विशेष आहार दिए जाने की जरूरत होती है। दुधारू पशुओं को आहार में आप कई प्रकार की चीजों को शामिल करते हैं। लेकिन कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो एक ऐसा हरा चारा है जो पशुओं की सेहत को सर्दियों में बेहतर बनाए रखता है जिससे पशु की दूध देने की मात्रा भी बढ़ती है।
सर्दियों में सबसे बेहतर चारा
सर्दियों में अजोला सबसे अच्छा चारा माना जाता है। अजोला एक तरह की जलीय फर्न है, जो पानी की सतह पर उगता है। 2020 से संस्था ने इसे और उपयोगी बनाने के लिए काम करना शुरू किया था और इसके परिणामस्वरूप इस चारे में अब 25% प्रोटीन विकसित हो गया है।
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पशुओं का ड्राई फ्रूट है ये चारा
पशुओं के लिए एक बहुत ही पौष्टिक चारा है जिसे उनका ड्राई फ्रूट माना जाता है। इसके उत्पादन के लिए सरकार की ओर से भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक दुधारू पशुओं के लिए सबसे अच्छा चारा अजोला माना जाता है। इस चारे को पशु बहुत ही चाव के साथ खाते हैं। इस चारे की खास बात यह है कि यह चारा पशुओं की सेहत सही रखने के साथ ही उनकी कमजोरी को भी दूर करता है जिससे पशु स्वस्थ रहता है और दूध उत्पादन भी बेहतर होता है।
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अजोला चारा खिलाने से पशु को मिलते हैं यह लाभ
अजोला अन्य पशु आहार की अपेक्षा काफी सस्ता पड़ता है। यह चारा पशुओं के लिए जल्दी पचने वाला और पौष्टिक आहार है। इस चारे में बहुत सारी विशेषताएं पाई जाती है जिसके कारण यह पशुओं के लिए काफी लाभकारी माना गया है। पशुओं को अजोला चारा खिलाने से उनके दूध में वसा व वसा रहित पदार्थ सामान्य आहार खाने वाले पशुओं की तुलना में अधिक पाई जाती है। यह चारा पशुओं में बांझपन की समस्या को भी दूर करने में सहायक है।
नमी वाली जगह पर उगाया जा सकता है यह चारा
अजोला को नमी वाली जगह पर आसानी से उगाया जा सकता है। अजोला को उगाने के लिए भूमि की सहत से 5 से 10 सेंटीमीटर ऊंचे जल स्तर की आवश्यकता होती है। इसके विकास के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान उपयुक्त माना गया है। इसे चावल के खेत में आसानी से उगाया जा सकता है। क्योंकि चावल के खेत में पानी भरा रहता है और अजोला पानी में ही उगाता है। ऐसे में चावल के खेत में अजोला उगाना धान की फसल के लिए भी अच्छा रहता है और इसके उत्पादन के लिए भी बेहतर है।
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ऐसे कर सकते हैं आप अजोला चारा की खेती
अजोला चारा की खेती किसान किसी भी खाली जगह पर कर सकते हैं, इसके लिए सबसे पहले एक छायादार जगह पर, 60 फुट लंबी, 10 फीट चौड़ी और दो फीट गहरी क्यारी तैयार करें। इन क्यारियों में कम से कम 120 गेज की सिलपुटिन शीट लगाई जाती है। इसके बाद, क्यारी में लगभग 100 किलो उपजाऊ मिट्टी बिछाएं, उसके पश्चात, 15 लीटर पानी में 5 से 7 किलो पुराने गोबर को मिलाकर घोल बना लें। क्यारी को 500 लीटर पानी से भर दें, जिसकी गहराई 12 सेंटीमीटर से 15 सेंटीमीटर तक रखें। उसके बाद, अजोला की बुवाई शुरू करें।
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