किसान आंदोलन के बीच पशुपालकों को मिली खुशखबरी, गाय-भैंस के दूध पर MSP तय
सरकार ने गाय-भैंस के दूध पर MSP में बढोत्तरी कर दी, अब इस कीमत से कम पर दूध नहीं बिकेगा
हमारे देश की एक बड़ी आबादी खेती करती है। किसान अतिरिक्त आय के लिए पशुपालन करते हैं। आय की दृष्टि से पशुपालन भी एक बेहतर व्यवसाय माना जाता है। पशुपालकों का कहना है कि कई बार दूध का सही दाम नहीं मिलने से उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है, ऐसे में अगर दूध पर एमएसपी तय हो जाए तो उन्हें इससे काफी फायदा मिलेगा। पशुपालकों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ये बड़ी घोषणा की है।
इस बीच हिमाचल प्रदेश सरकार ने पशुपालकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए दूध पर एमएसपी बढ़ाने का ऐलान किया है। सरकार ने दूध पर MSP तय कर दी है। अब तय कीमत से कम कीमत कोई भी पशुपालकों से दूध नहीं खरीद पाएगा।
जानिए क्या होता है MSP
MSP का मतलब मिनिमम सपोर्ट प्राइस होता है। सामान्य भाषा में इसे न्यूनतम समर्थन मूल्य कहते हैं। MSP का मतलब ये है कि सरकार की ओर से वस्तु की एक निश्चित कीमत तय कर दी जाती है, जिसके बाद किसान या पशुपालकों से उनकी चीज कोई भी खरीददार तय MSP कीमत से कम में नहीं खरीद सकता है।
दूध का दाम तय कर दिया गया है। अब कोई भी पशुपालकों से तय कीमत से कम दाम पर दूध नहीं खरीद सकेगा। आइए जानते हैं कि सरकार ने दूध पर क्या MSP तय की है और इससे पशुपालकों को क्या फायदा होगा।
कितना बढ़ा दूध पर MSP
हमारे देश की बहुत बड़ी आबादी खेती करती है। खेती करने वाले किसान अतिरिक्त आय के लिए पशुपालन करते हैं। कमाई के लिहाज से भी पशुपालन बेहतर कारोबार माना जाता है। पशुपालन करने वाले लोग आज भी सबसे अधिक दुधारू पशु पालन करना ही पसंद करते हैं, ऐसे में कई बार दूध की सही कीमत ना मिलने पर उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है। पशुपालकों की हमेशा से शिकायत रही है कि दूध पर भी एमएसपी तय की जानी चाहिए।
सरकार ने गाय के दूध पर एमएसपी 38 रुपये से बढ़ाकर 45 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध पर 38 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। बढ़ी हुई एमएसपी दरें 1 अप्रैल 2024 से लागू होंगी।
इस राज्य में बढ़े दूध के दाम
दूध पर एमएसपी बढ़ाने के फैसले से पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। चारे और अनाज की बढ़ती कीमतों के कारण पशुओं के रखरखाव और भोजन की बढ़ती लागत के कारण दूध व्यापारी लंबे समय से दूध की कम कीमत से चिंतित थे। एमएसपी बढ़ने से उनकी कमाई बढ़ने की संभावना है, हालांकि, दूध पर एमएसपी बढ़ाने का यह फैसला केंद्र सरकार का नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का हैदूध .पर बढ़ी एमएसपी का फायदा सिर्फ हिमाचल प्रदेश के पशुपालकों को ही मिलेगा।
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