फूलगोभी की खेती Farming Of Cauliflower: फूलगोभी की खेती किसानों को मालामाल बना सकती है
फूलगोभी की खेती किसान हर एक सीजन में कर सकते हैं। फूलगोभी की खेती से किसान कम समय में अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
फूलगोभी की खेती: फूलगोभी भारत की प्रमुख सब्जियों में से एक है। इसकी खेती से किसान शानदार मुनाफा कमा सकते हैं। लोग इसका उपयोग सब्जी, सूप और आचार आदि के रूप में करते हैं। वहीं, फूलगोभी में विटामिन सी, के, फाइबर, फोलेट, विटामिन बी, पोटैशियम, प्रोटीन, फॉस्फोरस, मैगनीज जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मदद करते हैं। यही वजह है कि बाजार में हमेशा फूलगोभी की मांग बनी रहती है। वहीं फूलगोभी की खेती के लिए ठंडी और आद्र्र जलवायु आवश्यक होती है। ध्यान रहे कि फूलगोभी की फसल में रोग लगने की संभावना सबसे अधिक होती है।
फूलगोभी की उन्नत किस्में
- किसानों को फूलगोभी की खेती से किसी भी सीजन में अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए कुछ बेहतरीन किस्मों को विकसित किया है, जिनमें पूसा अश्विनी, पूसा मेघना, पूसा कार्तिक और पूसा कार्तिक शंकर आदि शामिल हैं।
- फूल गोभी की अन्य अगेती किस्मों में- पूसा दिपाली, अर्ली कुवारी, अर्ली पटना, पन्त गोभी- 2, पन्त गोभी- 3, पूसा कार्तिक, पूसा अर्ली सेन्थेटिक, पटना अगेती, सेलेक्सन 327 और सेलेक्सन 328 आदि शामिल हैं।
- इसके अलावा फूलगोभी की पछेती किस्मों में- पूसा स्नोबाल-1, पूसा स्नोबाल-2, पूसा स्नोबॉल-16 आदि शामिल हैं।
- फूलगोभी की मध्यम किस्मों में- पंत सुभ्रा, पूसा सुभ्रा, पूसा सिंथेटिक, पूसा अगहनी उयर पूसा स्नोबॉल आदि शामिल हैं।
यह भी पढ़े- घर से शुरू करें फ्रोजन मटर का बिजनेस, हर महीने होगी लाखों में कमाई
फूलगोभी की खेती के लिए जरूरी बातें
- गोभी को उपजाऊ, अच्छी जल निकासी वाली, नमी बनाए रखने वाली मिट्टी पसंद होती है। दृढ़ मिट्टी भी वांछनीय है, इसलिए जहां संभव हो, शरद ऋतु में अच्छी तरह से सड़ी हुई खाद या बगीचे की खाद डालें और सर्दियों में इसे जमने दें।
- फूलगोभी की खेती के लिए आपको पहले खेत को समतल बनाएं, ताकि मिट्टी जुताई योग्य बन जाए। फिर आप जुताई दो बार मिट्टी पलटने वाले हल से करें। इसके बाद खेत में दो बार कल्टीवेटर चलाएं।
- प्रत्येक जुताई के बाद पाटा अवश्य लगाएं।
- मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 7 के मध्य होना चाहिए।
- फूलगोभी की खेती के लिए अच्छे जल निकास वाली बलुई दोमट मिट्टी और चिकनी दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है। जिस मिट्टी में जैविक खाद की मात्रा अधिक हो वह फूलगोभी की उपज के लिए बेहद अच्छी होती है।
यह भी पढ़े- मधुमक्खी पालन से किसानों को होगा डबल फायदा, जानिए कैसे
जुड़िये KrishiBiz से – ऐसे ही कृषि उपयोगी ज्ञानवर्धक, उपयोगी, आधुनिक तकनीक और कृषि योजनाओं आदि कृषि सम्बंधित जानकारियों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group या हमारे Telegram ग्रुप ज्वाइन करें हमारे को Facebook पेज को like करें और अपने साथियो-मित्रों के साथ शेयर जरूर करें।