Garlic Farming: लहसुन में कंद बनने के समय करें इस ताकतवर खाद का इस्तेमाल।
यह शक्तिशाली खाद लहसुन के कंद बनने के समय का उपयोग करें। इससे लहसुन की मोटाई और वजन में वृद्धि होती है। यह खाद लहसुन में सबसे अधिक शक्तिशाली माना जाता है।
लहसुन एक कंद वर्गीय फसल है। लहसुन जमीन के अंदर तैयार होता है। इसको कंद को उखाड़ कर बाजार में बेचा जाता है। लहसुन से किसान भाई अच्छी पैदावार लेने के लिए तरह-तरह के खादों और न्यूट्रिएंट्स का प्रयोग करते हैं। आपको प्रति एकड़ में 20 से 25 किलोग्राम कैल्शियम नाइट्रेट का उपयोग करना चाहिए। यह खाद आप यूरिया के साथ मिला सकते हैं।
लहसुन के कंद का वजन और साइज बढ़ाने के लिए कैल्शियम नाइट्रेट एक उपयुक्त खाद है। यह फसल को आवश्यक पोषण प्रदान करने के साथ-साथ, साइज में वृद्धि के लिए भी सहायक है। कैल्शियम नाइट्रेट में द्वितीय पोषक तत्वों का सही समारोह होता है जो कंदों के विकास में मदद करता है।
लहसुन के कंद बनने के दौरान इस प्रभावी खाद का उपयोग करें
लहसुन के उत्पादन में सबसे ताकतवर खाद में कैल्शियम नाइट्रेट शामिल है। यह खाद लहसुन के कंदों की वृद्धि और वजन में वृद्धि करने में मदद करती है। कैल्शियम नाइट्रेट लहसुन के उत्पादन में एक प्रमुख पोषक तत्व होता है जो कंद बनने के समय में उपयोग किया जाता है। कैल्शियम नाइट्रेट द्वितीय पोषक तत्व में आता है। कैल्शियम नाइट्रेट आपको बाजार में कई प्रकार के मिलते हैं। कुछ बोरोनेट कैल्शियम नाइट्रेट होते हैं। जिनमें कैल्शियम के साथ बोरोन मिक्स होता है। और कुछ में कैल्शियम के साथ-साथ कुछ और सूक्ष्म पोषक तत्व भी मिक्स होते हैं।
यह भी पढ़े- जानिए लहसुन की पत्तियों में पीलापन का कारण और पीलापन दूर करने के प्रभावी उपचार
पोषक तत्वों को तीन भागों में बांटा जाता है। प्राथमिक पोषक तत्व, द्वितीय पोषक तत्व और सूक्ष्म पोषक तत्व। प्राथमिक पोषक तत्व में हमारे नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश आते हैं। द्वितीय पोषक तत्व में कैल्शियम, सल्फर और मैग्नीशियम तत्व आते हैं। और सूक्ष्म पोषक तत्वों में हमारे अन्य जो भी पोषक तत्व हैं, जैसे- मॉलीब्लेडिनम, जिंक, आयरन, बोरोन और अन्य सभी तत्व जो पौधे के लिए जरूरी होते है।
कैल्शियम नाइट्रेट का सही समय
कैल्शियम नाइट्रेट का प्रयोग लहसुन में कंद बनने के समय करना चाहिए। जब आपका कंद बनने लगे, उसे समय आप कैल्शियम नाइट्रेट का प्रयोग करें। यह अवस्था 75 से 80 दिन के लगभग लहसुन में आती है। 90 दिन के बाद लहसुन में आपको किसी भी प्रकार के कोई खाद प्रयोग करने का लाभ इतना नहीं मिलने वाला। इसलिए पूरा लाभ लेने के लिए समय पर खादों का प्रयोग करना चाहिए।
यह भी पढ़े- Good News For Sugarcane Farmers: गन्ना किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी
कैल्शियम नाइट्रेट की मात्रा
लहसुन में कैल्शियम नाइट्रेट की 20 से 25 किलोग्राम मात्रा प्रति एकड़ प्रयोग की जाए की जानी आवश्यक है। कैल्शियम नाइट्रेट को आप यूरिया के साथ या अकेले भी प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन कैल्शियम नाइट्रेट को किसी भी सल्फेट खाद के साथ मिलकर नहीं डालना चाहिए।
यह भी पढ़े- इजरायली तकनीक से बिना मिट्टी के खेती, किसानों को मिल रहा तगड़ा मुनाफा
कैल्शियम नाइट्रेट के प्रमुख ब्रांड्स
- यारालिवा नाइट्राबोर (15.4% एन + 25.9% सीएओ + 0.3% बी)
- श्रीराम एनर्जी (कैल्शियम नाइट्रेट)
- ग्रोमोर पावर कैल्शियम नाइट्रेट (एन 15.5% सीए 18.5%)
जुड़िये KrishiBiz से – ऐसे ही कृषि उपयोगी ज्ञानवर्धक, उपयोगी, आधुनिक तकनीक और कृषि योजनाओं आदि कृषि सम्बंधित जानकारियों के अपडेट सबसे पहले पाने के लिए हमारे WhatsApp Group या हमारे Telegram ग्रुप ज्वाइन करें हमारे को Facebook पेज को like करें और अपने साथियो-मित्रों के साथ शेयर जरूर करें।