किसानों को दिवाली गिफ्ट: गेहूं, चना, मसूर, सरसों की एमएसपी बढ़ाई

दिवाली से पहले किसानों के लिए बड़ी खबर आई है, जल्द ही सरकार ने एमएसपी को लेकर बड़ा फैसला लिया। दिवाली से पहले सरकार ने किसानों को बड़ा गिफ्ट दिया।

किसानों को दिवाली गिफ्ट: दिवाली से पहले किसानों के लिए बड़ी खबर आई है, जल्द ही सरकार ने एमएसपी को लेकर बड़ा फैसला लिया। दिवाली से पहले सरकार ने किसानों को बड़ा गिफ्ट दिया। सरकार की बैठक में कृषि फसलों की एमएसपी (MSP) बढ़ाने का फैसला किया गया। सरकार ने गेहूं और सरसों समेत छह फसलों की एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया है। गेहूं का एमएसपी बढ़ाकर 150 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। इसके अलावा सरसों का एमएसपी 400 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है।

दीवाली से पहले केंद्रीय केबिनेट ने किसानो को बड़ी खुशखबरी दी है। 

सरकार ने कैबिनेट बैठक में 6 रबी फसलों के लिए एमएसपी (MSP) बढ़ाने को भी मंजूरी दे दी है। सरकार ने एमएसपी को 2 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी करने की मंजूरी दे दी है।

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एमएसपी क्या है? what is msp

सरल भाषा में कहें तो सरकार, किसानों द्वारा उगाए गए फसल के लिए एक दाम तय करती है, जिसे फसल पूरा होने के बाद जब किसान उस फसल को मंडी में बेचता है तो सरकार द्वारा उस फसल के लिए तय की हुई कीमत किसान को दी जाती है। MSP की शुरुआत आजादी के बाद हुई थी।
इसका उद्देश्य किसानों को नुकसान से बचाना है। इसे भारत में 1960 के दशक में सरकार द्वारा भोजन की कमी से बचाने के लिए पेश किया गया था। सबसे पहले, गेहूं के लिए एमएसपी लागू किया गया ताकि सरकार किसानों से गेहूं खरीद सके और इसे पीडीएस योजना के तहत गरीबों में वितरित कर सके।


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