क्या होता है यूरिया गोल्ड, उपयोग से कैसे बढ़ जाएगी फसलों की पैदावार?

यूरिया गोल्ड (Urea Gold Khaad) को सल्फर यूरिया के नाम से भी जाना जाता है, यह यूरिया की एक नई किस्म है। यह कम सल्फर वाली मिट्टी के लिए वरदान से कम नहीं है।

Urea Gold Khaad प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान यूरिया गोल्ड को लॉन्च किया। इसके साथ ही फर्टिलाइजर के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत हो गई। केंद्र सरकार का मानना है कि यूरिया गोल्ड के इस्तेमाल से खरीफ और रबी के साथ-साथ सभी फसलों की पैदावार बढ़ जाएगी। इससे किसानों की इनकम में बढ़ोतरी होगी, जिससे वे आत्मनिर्भर बनेंगे। तो आइए आज जानते हैं आखिर यूरिया गोल्ड है क्या ?

यूरिया गोल्ड (Urea Gold Khaad) को सल्फर यूरिया के नाम से भी जाना जाता है। यह यूरिया की एक नई किस्म है। यह कम सल्फर वाली मिट्टी के लिए वरदान से कम नहीं है। यानी कि इसका इस्तेमाल करने से मिट्टी में सल्फर की कमी दूर हो जाएगी। जिससे कम उपजाऊ जमीन पर भी आप खेती कर सकेंगे।

साथ ही इसके इस्तेमाल से पैदावार भी बढ़ जाएगी। (Benefits Of Urea Gold Khaad) खास बात यह है कि यूरिया राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड यूरिया गोल्ड का प्रोडक्शन कर रहा है।

15 किलो यूरिया गोल्ड 20 किलो पारंपरिक यूरिया के बराबर है

यूरिया गोल्ड नाइट्रोजन धीरे-धीरे रिलीज करता है। अगर आप यूरिया गोल्ड (Urea Gold Khaad) में ह्यूमिक एसिड मिला देंगे, तो इसकी उम्र बढ़ जाती है। यानी कि आप इसे खाद के रूप में काफी समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे सामान्य खादों का जीवनकाल कुछ ही महीनों का होता है।

ज्यादा पुराना होने पर उनकी उर्वरक शक्ति कमजोर हो जाती है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 किलो यूरिया गोल्ड 20 किलो पारंपरिक यूरिया के बराबर होता है। (Benefits Of Urea Gold Khaad) इससे किसानों को खाद के ऊपर होने वाले खर्च से राहत मिलेगी। साथ ही रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि यूरिया गोल्ड यूरिया के डायवर्जन को भी रोकेगा।

एक बोरी यूरिया पर करीब 2000 रुपये की सब्सिडी मिलती

हालांकि, केंद्र सरकार यूरिया गोल्ड से जुड़े विभिन्न इश्यूज को एड्रेस करने के लिए एक उच्च स्तरीय अंतर-मंत्रालयी समिति का गठन भी कर सकती है। यह समिति यूरिया गोल्ड (Urea Gold Khaad) के लिए मूल्य निर्धारण और सब्सिडी के नियमों पर काम करेगी। वहीं, यूरिया गोल्ड के लिए सरकार किसानों को सब्सिडी भी देगी। (Benefits Of Urea Gold Khaad) अभी एक बोरी यूरिया पर करीब 2000 रुपये की सब्सिडी मिलती। लेकिन किसानों को महज 250 रुपये में यूरिया का बैग मिलता है।

पैदावार भी अच्छी होती है(Urea Gold Khaad)

कृषि जानकारों का कहना है कि यूरिया गोल्ड को मार्केट में लाने का मुख्य उद्देश्य मिट्टी में उर्वरता को बढ़ाना है। साथ ही खेती पर होने वाले खर्च को भी कम करना है, ताकि किसान कम लागत में अधिक से अधिक फायदा कमा सकें। ऐसे भी यूरिया गोल्ड (Urea Gold Khaad) क्वालिटी के मामले में नीम कोटेड यूरिया से बेहतर है।

खेत में यूरिया गोल्ड (Urea Gold Khaad) का छिड़काव करते ही यह अपना काम शुरू कर देता है। यह मिट्टी में सल्फर की कमी को बहुत ही जल्द दूर करता है। यूरिया गोल्ड की सबसे बड़ी खासियत है कि यह पौधों में नाइट्रोजन यूज एफिशिएंसी के स्तर को पहले के मुकाबले बढ़ा देता है। (Benefits Of Urea Gold Khaad) इससे किसानों को खाद का काम इस्तेमाल करना पड़ता है। साथ ही पैदावार भी अच्छी होती है।


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