गांव में शुरू करे 10 कृषि फार्मिंग व्यवसाय | पाए लाखो का फायदा

10 फार्मिंग व्यवसाय जो कम लागत से शुरू करके आप अधिक लाभ प्राप्त कर पाए।

 

भारत एक कृषि प्रधान देश है और है और यहाँ की मिट्टी और जलवायु कृषि के लिए बहुत ही अनुकूल है। ऐसे में आप कृषि से संबंधित व्यवसाय चालू करना चाहते है तो आप काफी अच्छा पैसा कमा सकते है। किसान भाइयो इस लेख माध्यम से हम आपको 10 फार्मिंग व्यवसाय के लिए विचार बताने जा रहे है जिससे आप कम लागत से शुरू करके अधिक लाभ प्राप्त कर पाए। 

1. मशरूम फार्मिंग व्यवसाय 

किसानो के लिए मशरूम फार्मिंग का व्यवसाय बहुत ही जबरजस्त व्यवसाय है क्योकि भारत में मशरूम की डिमांड दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। भारत के अलग-अलग राज्यों में `अलग-अलग प्रकार की  मशरूम उगाई जाती है। इसमें सफेद बटन मशरूम, ऑयस्टर मशरूम, मिल्की मशरूम, क्रेमिनी मशरूम, शिटाके मशरूम और पोर्टोबेलो मशरूम आदि सबसे ज्यादा फेमस है।

यदि भारत में सबसे ज्यादा मशरूम उत्पादन की बात करें तो सफेद बटन मशरूम का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है इसलिए सफेद बटन मशरूम की डिमांड सबसे ज्यादा होती है इसका स्वाद भी बहुत अच्छा होता है। सफेद बटन मशरूम की खेती आप छोटे रूप से भी चालू कर सकते है इसकी खेती के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती है और अधिक मुनाफा पा सकते है। 

2. मधुमक्खी पालन व्यवसाय  

मधुमक्खी पालन  एक ऐसा ही व्यवसाय है जो कम लागत के साथ शुरू किया जा सकता है। यह किसानों की आय बढ़ाने का एक अच्छा स्रोत बन गया है। यह व्यवसाय भी कम समय में ज्यादा मुनाफा देने वाला व्यवसाय है। इस व्यवसाय की शुरुआत आप 50 बॉक्स से कर सकते है 1 बॉक्स की लागत टोटल लगभग 3500 रुपये आएगी यदि आप 50 बॉक्स से मधुमक्खी  व्यवसाय  शुरू करते है तो लगभग 2 लाख रुपये का खर्च आएगा।

एक साल में एक बॉक्स से आप 30 से 35 किलो शहद प्राप्त कर सकते है इसी प्रकार आप 50 बॉक्स से 50 गुना शहद प्राप्त कर सकते है। मधुमक्खी पालन से हर महीने 1 से 1.5 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। सरकार भी प्लांट लगाने में मदद करती है। 

3. मुर्गी पालन व्यवसाय 

मुर्गी पालन दो तरह से होता है एक “देशी और ब्रायलर” ब्रायलर मुर्गी की तुलना में देशी मुर्गी की डिमांड अधिक होती है और ब्रायलर मुर्गी की तुलना में देशी मुर्गी को दो से तीन गुना अधिक रेट में बेचा जाता है देशी मुर्गी पालन में रखरखाव ब्रायलर मुर्गी की तुलना में कम होता है।

आप जिस भी स्टेट में रहते हो आप वह के मुर्गी पालन फार्मर से जानकारी लेकर ही मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करे क्योंकि अलग-अलग एरिया अलग-अलग नस्ल की मुर्गियों को पाला जाता है आप जब भी मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो उससे पहले पशुपालन निषेधालय की वेबसाइट पर जाकर प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकते है।    

4. मछली पालन व्यवसाय   

मछली पालन भी किसानो के लिए वरदान साबित हो रहा है किसान खेती के साथ मछली पालन करके अपनी आमदनी दुगुनी कर सकते हैं। मछली पालन आज काफी अच्छा व्यवसाय बन गया है। इस व्यवसाय  में नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करके मछली पालक अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। आज कई युवा मछली पालन व्यवसाय  से जुडक़र लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं।

मछलियों का बेहतर उत्पादन पर ही आमदनी या मुनाफा निर्भर करता है। इसलिए मछली पालन का उत्पादन बढऩे के लिए विभिन्न प्रकार की विधियां या तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। उन्हीं तकनीकों में से एक तकनीक मिश्रित मछली पालन है। इस तकनीक के जरिये मछली पालक किसान पांच गुना अधिक मछली का उत्पादन कर सकते हैं जिससे उनकी आय में तीन गुना तक बढ़ोतरी हो सकती है।

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5. वर्मी कम्पोस्ट व्यवसाय  

केंचुआ खाद को ही वर्मी कम्पोस्ट कहते है। वर्मी कम्पोस्ट सड़े हुए गोबर की सहायता से तैयार किया जाता है छोटी सी जगह में लगाएं वर्मी कंपोस्ट बनाने का प्लांट, कम लागत में लाखों की कमाई होती है। वर्मी कंपोस्ट 3 हफ्ते से लेकर 3 महीने के अंदर तैयार हो जाता है. यह बाहर के मौसम पर निर्भर करता है। 

सर्दी में खाद बनने की विधि धीमी हो जाती है जबकि गर्मी और बरसात में इसमें बहुत तेजी देखी जाती है।  केंचुओं की क्वालिटी बेहतर होगी तो खाद भी बेहतर बनेगी और इसी हिस्से उसकी बिक्री होगी  एक आंकड़े के मुताबिक, कम  खर्च में इसे व्यवसायिक रूप में अपना कर 25 वर्ग मीटर में साल में एक से डेढ़ लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं। 

6 . एलोविरा की खेती   

एलोवेरा की खेती की सबसे अच्छी बात यह है कि आप सिर्फ एक बार पौधे लगाकर इससे 5 साल तक मुनाफा कमा सकते हैं. अगर बात एलोवेरा की खेती की करें तो करीब 50000 रुपये की लागत से आप साल भर में 10 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं. एलोवेरा का पौधा लगाने पर उससे अपने तीन या चार बेबी प्लांट निकलते हैं. इन बेबी प्लांट को अपने खेत में सही जगह पर लगाकर आप उससे भी अच्छी कमाई कर सकते हैं।

7. बकरी पालन व्यवसाय

बकरी से किसान दूध और मांस के साथ-साथ बाल, खाल और रेशों का व्यवसाय भी कर सकते हैं। इसके अलावा बकरी के मूत्र का इस्तेमाल खाद के रूप में भी किया जाता है। बकरी पालन के व्यवसाय में शुरुआती लागत कम होती है और इनके आवास व प्रबंधन पर भी कम खर्च आता है।

इस व्यवसाय में कम स्थान, कम खर्च और सीमित देखभाल करके के भी मुनाफा कमाया जा सकता है। बकरी पालन में सरकार की ओर से भी मदद की जाती है। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से 25 से 33 प्रतिशत तक का अनुदान मिलता है। 

जरूर पढ़े-जाने ठण्ड में कौन सी फसल को फायदा ,कौन सी फसल को नुकसान और क्या करे उपाय

8. डेयरी फार्म व्यवसाय 

एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें आप पशुपालन करके दूध का उत्पादन कर सकते है। जैसे की आप सभी लोग जानते है की डेयरी के सभी प्रोडक्ट दुग्ध सामग्री से बने होते है ,ऐसे में यदि आप गाय पालन करते है तो आप डेयरी फार्म का व्यवसाय शुरू कर मासिक रूप में कम से कम एक से दो लाख रुपये तक की आय को अर्जित कर सकते है।

दुग्ध उत्पादन करके आप उसे एक निश्चित मूल्य के रूप में बेच सकते है। साथ ही दूध से दही पनीर आदि चीजों को बनाकर उसे मार्किट में विक्रय कर सकते है। भारत एक ऐसा देश है जहाँ पर डेयरी फार्म का व्यवसाय एक बड़े स्तर पर होता है। डेयरी प्रोडक्ट का सेवन आज के समय में देश में सभी घरों में होता है। 

9. ओषधि पौधों की खेती 

औषधीय पौधों की खेती कर के किसान बेहतर लाभ कमा सकते हैं. मौजूदा समय में कोरोना के कारण लोगों ने एक बार फिर प्राकृतिक औषधीयों की ओर रुख किया है। शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर बेहतर स्वास्थ्य के लिए लोग औषधीय पौधों का सहारा ले रहे हैं।

औषधीय फसलों में सर्पगंधा, अश्वगंधा, ब्राह्मी, कालमेघ, कौंच, शतावरी, तुलसी, एलोवेरा, वच, आर्टीमीशिया,लेमनग्रास, अकरकरा, सहजन प्रमुख है। परंपरागत फसलों की खेती की तुलना में औषधीय पौधों की खेती से एक हेक्टेयर में किसानों को ज्यादा आमदानी होती है।

10 नर्सरी प्लांट का व्यवसाय 

नर्सरी प्लांट कृषि का एक ऐसा हिस्सा है जहां पेड़-पौधे, गमले, प्लास्टिक पॉलिथीन, खाद, इक्विपमेंट आदि को बेचा जाता है। साथ ही पौधों के बीज, खाद, मिट्टी मिश्रण, कीटनाशक दवाएँ, बाग़बानी आदि की भी बिक्री की जाती है। कुल मिलाकर विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों को उगाकर उनका व्यापार करना, व पेड़-पौधों से सम्बंधित उपकरणों का व्यापार करना ही नर्सरी प्लांट व्यवसाय है।

नए व्यवसाय को शुरू करने के लिए जरूरी-

व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको जरूरी लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती है तभी आप शुरू कर पाएंगे । सबसे पहले आपको नगर निगम से व्यवसाय को शुरू करने के लिए सर्टिफिकेट लेना पड़ता है। आपको अपनी कंपनी को रजिस्टर करवाना पड़ता है।  इसके अलावा आपको कंपनी का पैन कार्ड बनवाना पड़ता है और साथ ही अपने कंपनी का करंट एकाउंट भी खुलवाना पड़ता है। आपको अपने व्यवसाय का insurance भी करवाना पड़ता है ताकि किसी भी क्षतिपूर्ती की भरपाई की जा सकें और GST नंबर लेना पड़ता है।

 

  

  

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