डीएपी-यूरिया खाद के हुए दाम कम

देखिए कितना सस्ता हुआ DAP-urea fertilizer

रबी के सीजन में खेतों में गेहूं की बुवाई का कार्य शुरू हो गया है और ऐसे में अब किसानों को खाद की सबसे ज्यादा आवश्यकता है और रबी की फसल के लिए डीएपी और यूरिया जैसे खाद सबसे ज्यादा योगदान देते हैं। लेकिन हाल ही में देखा गया है कि बाजार में खाद की कमी दिखाई दे रही है। बाजार में अचानक से विक्रेताओं ने इसकी कीमत में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। जिससे किसानों को सबसे ज्यादा परेशानी होना पड़ रहा है।लेकिन इस वर्ष ऐसी स्थिति नहीं आयी और खाद पर्याप्त मात्रा में किसानों को मिल रहा है और सरकार द्वारा खाद की कीमतें भी कम कर दी गई है। 

वही सरकार द्वारा खाद की नई कीमतों से किसानों को राहत प्रदान की जा रही है। किसानों के लिये केन्द्र से लेकर राज्य सरकार अनेक प्रकार की लाभदायक योजनाएं चलाती हैं। सरकार द्वारा किसानों को खेती करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। डीएपी-यूरिया खाद हुआ सस्ता, किसानों के चेहरों पर छायी खुशी की लहर, जानिए नए रेट। इसी को लेकर सरकार द्वारा एक बार फिर DAP और UREA खाद के नए भाव जारी कर दिए गए हैं।

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जानिए DAP और UREA खाद के नए भाव-

सरकार द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार डीएपी खाद की कीमत अभी प्रति 50 किलाग्राम की बोरी का रेट 1350 रूपये चल रहा है। इसके अलावा अगर यूरिया खाद की बात की जाए तो इसकी एक बोरी की वास्तविक कीमत 250 रूपये प्रति बोरी है  यानि खाद का रेट इस वर्ष सामान्य स्थिति पर है। ताकि किसानों को हल्की राहत मिल सके

हालांकि अलग-अलग बाजार में विक्रेता इसे अपनी मनमानी के हिसाब से बेच रहे हैं लेकिन अगर आप इसे समय से पहले खरीदते हैं तो आप इसे सस्ते दामों पर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

जानिए कहां से खरीदें डीएपी यूरिया खाद-

अगर आप चाहते हैं कि सस्ते दामों पर डीएपी और यूरिया खाद को खरीद पाए तो इसके लिए आपको सरकारी खाद्य दुकानों पर संपर्क करना होगा इसके लिए सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में और प्रत्येक ब्लॉक में सोसाइटी का निर्माण किया गया है। इसके अलावा आपके डिस्ट्रिक्ट में भी कुछ सरकारी दुकानें हैं जो खाद बेचने का कार्य करते हैं इसके लिए आपको वहां पर अपना आधार कार्ड ले जाना होगा और अपने खेत की भूमि की नकल ले जानी होगी उसके बाद आपको वहां से खाद उपलब्ध करा दिया जाएगा।

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अक्टूबर से दिसंबर माह में होती खाद की ज्यादा जरुरत

किसानों को सबसे ज्यादा खाद की जरूरत अक्टूबर से दिसंबर के माह में होती है क्योंकि इस माह में रबी की फसल के लिए किसानों को अनाज खेतों में बोना होता है और सभी किसान एक साथ अपनी बुवाई शुरू करते हैं इसके लिए बाजार से एक साथ खाद की बिक्री शुरू हो जाती है और विक्रेता इसका फायदा उठाते हैं और डीएपी और यूरिया खाद के दाम बढ़ा देते हैं। इसलिए अगर आप एक किसान हैं और आप सस्ते दामों पर डीएपी और यूरिया प्राप्त करना चाहते हैं तो पहले से ही आपको डीएपी और यूरिया जैसे खाद को अपने पास एकत्रित करके रख लेना होगा जिससे आप समय पर अपनी खेती कर सके।


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