तय होगी कीटनाशक की कीमत, खेती में किसानों को होगा लाभ
कीटनाशक की कीमत तय होने से खेती की लागत में आएगी कमी, सरकार उठाएगी सख्त कदम
खरीफ और रबी के सीजन में होने वाली फसलों को कीट के प्रकोप सा बचने के साथ ही अधिक उत्पादन के लिए किसान भी कीटनाशक का उपयोग खेतों में करते है। लेकिन बढ़ती हुई मंगाई के साथ कीटनाशक के दाम बेतहाशा रूप से कंपनियों ने बढ़ाये है। जिसके कारण किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। जिसे कम करने के लिए सरकार जल्द ही सख्त कदम उठाने वाली है।
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कीटनाशक की कीमत तय न होने के कारण किसानों को इसे मनमाने दामों पर खरीदना पड़ा, लेकिन अब सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है।
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए यह बहुत अच्छी खबर है, सरकार जल्द ही कीटनाशक की कीमत तय करने जा रही है, कृषि मंत्री कमल पटेल कहते हैं, कि – मार्कफेड जल्द ही कीटनाशक की कीमत तय करता है, कीमतें तय करता है। टेंडर निकाला जाएगा।
तय होगी कीटनाशक की कीमत
मध्यप्रदेश में जल्द तय होंगे कीटनाशक के दाम, कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश, दरअसल कीटनाशक का रेट तय नहीं होने से किसानों को मनमाने दाम पर खरीदना पड़ रहा है, ऐसे में इस मामले को कृषि मंत्री ने गंभीरता से लिया है।
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कीटनाशक की कीमत
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि – मार्कफेड (मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड) कीटनाशक की कीमत तय करता है। मैंने मार्कफेड के एमडी को निर्देश दिया है, जल्द ही इसका टेंडर होगा, कीटनाशक अब पुरानी दर पर उपलब्ध है। इसलिए किसानों को कोई नुकसान नहीं है, नए रेट आएंगे तो बढ़ेंगे।
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खाद माफिया का कब्ज़ा
पिछले 5 साल से कीटनाशक का रेट तय न होने से मप्र में बताया जा रहा है ‘कम्पोस्ट माफिया’ का दबदबा, पांच साल बाद भी सरकार कीटनाशक की कीमत तय नहीं कर पाई है, हाल ही में कीटनाशक-रसायन की दरें तय की गई हैं। ऐसा करने के लिए मंगाई गई निविदा 24 घंटे में रद्द कर दी गई थी।
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किसानों को हो रहा नुकसान
अब इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है, भाजपा सरकार का बचाव कर रही है, तो कांग्रेस सरकार की नीति और व्यवहार पर सवाल उठा रही है।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा का कहना है कि- सरकार को जल्द ही इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। निर्धारित किया जाना चाहिए।
मूल्य निर्धारण न होने से किसानों को लूटा जा रहा है, मुनाफाखोरी के कारण व्यापारी वर्ग मनमाने दामों पर किसानों को कीटनाशक व अन्य रसायन बेच रहा है।
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