बिरसा सोयाबीन-4 | अधिक पैदावार वाली इस किस्म को मिली मंजूरी

बिरसा सोयाबीन-4 इस नई किस्म से किसानों को होगा बहुत फायदा, होगी अधिक पैदावार

किसान भाइयों के लिए खुश खबरी है, भारत सरकार ने सोयाबीन की नई उन्नत किस्म बिरसा सोयाबीन-4 को अधिसूचित किया है। सोयाबीन की इस नई किस्म से अधिक उत्पादन और किसानों को अधिक आय करने के दावे किये जा रहे है। सोयाबीन की इस नई किस्म की पैदावार भी अन्य किस्मों के मुकाबले जल्दी आ जाएगी। कृषि वैज्ञानिकों की माने तो आने वाले दिनों में सोयाबीन की खेती में क्रांति आने वाली है।

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भारत सरकार ने किया अधिसूचित

सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4 देश में तिलहन फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा नई किस्मों का विकास किया जा रहा है। ये किस्में उच्च पैदावार के साथ-साथ कीटों और रोगों के लिए प्रतिरोधी हैं।

जिससे किसान खेती की लागत कम करते हैं और अधिक उत्पादन से आय भी अधिक होती है। इसी कड़ी में, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, झारखंड ने सोयाबीन की एक नई उन्नत किस्म “बिरसा सोयाबीन-4” विकसित की है जिसे भारत सरकार द्वारा अधिसूचित किया गया है।

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सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4

डॉ. दिलीप कुमार श्रीवास्तव, सदस्य सचिव सह उपायुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की केंद्रीय उप-समिति ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में विकसित ‘Birsa Soyabean-4’ स्ट्रेन की अधिसूचना जारी की है।

बीएयू के आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के वैज्ञानिक डॉ. नूतन वर्मा के नेतृत्व में इस नए उन्नत स्ट्रेन को प्लांट पैथोलॉजिस्ट डॉ. नरेंद्र कुडाडा और डॉ. सबिता एक्का, कीट वैज्ञानिक डॉ. रवींद्र प्रसाद और फसल वैज्ञानिक डॉ. अरविंद कुमार सिंह के सहयोग से विकसित किया गया था।

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बिरसा सोयाबीन-4 किस्म की विशेषताएं

Birsa Soyabean-4 स्ट्रेन के पौधों की ऊंचाई 55 से 60 सेमी होती है। बीज आकार में लम्बे (अंडाकार) और हीलियम जैसे हल्के पीले भूरे रंग के होते हैं। जिसमें तेल की मात्रा 18% और प्रोटीन की मात्रा 40 प्रतिशत होती है। सोयाबीन की इस किस्म की उत्पादन क्षमता 28 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है और यह किस्म 105-110 दिनों में पूरी तरह पक जाती है।

यह राइजोक्टोनिया रोग के प्रति सहिष्णु है और तना मक्खी और करधनी कीड़ों के प्रति सहिष्णु है। स्ट्रेन को आईसीएआर-अखिल भारतीय समन्वित सोयाबीन अनुसंधान परियोजना के तहत विकसित किया गया है। इससे पहले नवंबर के महीने में सेंट्रल वैराइटी रिलीज कमेटी ने बिरसा सोयाबीन-3 स्ट्रेन को नोटिफाई किया था।


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