Custom Hiring Center 2022 किसानों को मिलेगी 10 लाख रुपए तक की सब्सिडी
Custom Hiring Center 2022 – मध्य प्रदेश सरकार राज्य में 3,000 कस्टम हायरिंग सेंटर खोलने जा रही है, सस्ती दर पर कृषि मशीनरी मिल सकेगी – जानिए क्या है MP सरकार की योजना
Custom Hiring Center 2022 वर्तमान में कृषि एवं उद्यानिकी कार्यों में नवीन कृषि यंत्रों का प्रयोग हो रहा है। इसमें ट्रैक्टर, रोटावेटर, कल्टीवेटर, थ्रेशर, हार्वेस्टर और अन्य प्रकार की मशीनों और कृषि मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है। आधुनिक कृषि उपकरणों के उपयोग से खेती और बागवानी को कम समय और लागत में आसानी से निपटा जा सकता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार राज्य में 3,000 कस्टम हायरिंग सेंटर खोलने जा रही है. इससे किसानों को फायदा होगा। कस्टम हायरिंग सेंटर के माध्यम से किसानों को सस्ती दर पर कृषि मशीनरी मिल सकेगी, जिससे उनका खेती का काम आसान हो जाएगा।
Custom Hiring Center 2022 योजना के उद्देश्य
राज्य ने कृषि यंत्रीकरण के एक नए युग में प्रवेश किया है, जिसमें एक तरफ किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले कृषि उपकरण उपलब्ध कराने की चुनौती है और दूसरी ओर कमजोर वर्ग के किसानों के लिए कस्टम हायरिंग सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता है। . यदि समस्या है या किसी विशेष फसल या प्रक्रिया को बढ़ावा देना है, तो विशेष कृषि मशीनों और तकनीकों के उपयोग को बढ़ाना आवश्यक है। इन्हीं सभी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए यह योजना संचालित की जा रही है।
Custom Hiring Center 2022 क्या होता है?
छोटे और सीमांत किसानों को खेती में किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी न आये इसके लिए सरकार ने Custom Hiring Center की शरुआत की है। किसानों द्वारा ट्रैक्टर व अन्य कृषि यंत्रों के लिए बुवाई से लेकर कटाई तक कस्टम हायरिंग योजना भी चलाई जा रही है। जिसके माध्यम से उन्हें कृषि यंत्र बहुत ही सस्ते दरों पर किराए पर उपलब्ध कराये जाते है।
Custom Hiring Center 2022 -खोलने पर मिलेगा अनुदान
हाल ही में लोकसभा में सांसद उदय प्रताप सिंह ने मध्य प्रदेश में नए कस्टम हायरिंग सेंटर, स्किल डेवलपमेंट सेंटर और यंत्रदूत की स्थापना को लेकर सवाल उठाया था. इसके जवाब में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्य प्रदेश में 3 हजार नए कस्टम हायरिंग सेंटर खुलने जा रहे हैं. जिससे किसानों को अधिक से अधिक आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही राज्य में कौशल विकास केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे।
कौशल विकास केंद्र स्थापित किए जाएंगे
इस सवाल के जवाब में देश के कृषि एवं कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नए वित्तीय वर्ष में मध्यप्रदेश में 3,000 नए कस्टम हायरिंग सेंटर खोले जाएंगे. इसके अलावा राज्य में कौशल विकास केंद्र भी स्थापित किया जाएगा। वर्तमान में प्रदेश के भोपाल, जबलपुर, सतना, सागर एवं ग्वालियर संभाग में कौशल विकास केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं.
अगले वित्तीय वर्ष में उज्जैन, नर्मदापुरम, चंबल और शहडोल संभाग में 4 नए कौशल विकास केंद्र शुरू करने का लक्ष्य है. 600 नई कृषि मशीनरी प्रणालियां स्थापित की जाएंगी। कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने इस सवाल के जवाब में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की यंत्रदूत ग्राम योजना के तहत 600 गांवों में यंत्रीकृत कृषि प्रणाली स्थापित करने का लक्ष्य भी रखा गया है. इसके तहत योजनाबद्ध तरीके से प्रशिक्षण और भ्रमण कार्यक्रमों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर क्लस्टर प्रदर्शन का आयोजन किया जाता है.
Custom Hiring Center 2022 (सीएचसी) किसानों को मिलेगी सब्सिडी
मध्य प्रदेश में, किसानों को 25 लाख रुपये तक कस्टम हायरिंग सेंटर (सीएचसी) स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है। इस योजना के तहत किसानों को कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित करने के लिए 40 प्रतिशत क्रेडिट लिंक्ड बैक एंडेड सब्सिडी अधिकतम 10 लाख रुपये तक दी जाती है। अनुदान/सब्सिडी की गणना उप मिशन कृषि यंत्रीकरण योजना में प्रत्येक साधन के लिए दिये गये प्रावधान के अनुसार दी जाती है। इसके अलावा लाभार्थी किसानों को इस योजना में लिए गए बैंक ऋण पर 3 प्रतिशत की अतिरिक्त ब्याज सब्सिडी भी दी जाएगी।
कृषि मशीनों को Custom Hiring Center से किराए पर ले सकते हैं
कस्टम हायरिंग सेंटर में किसानों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कृषि में उपयोग होने वाले सभी प्रकार के उपकरण हैं। यहां से किसान तय किराया देकर कृषि यंत्र लेकर खेती या बागवानी का काम कर सकते हैं। कस्टम हायरिंग सेंटर पर उपलब्ध कृषि मशीनरी में ट्रैक्टर, एमबी / डिस्क प्यू, कल्टीवेटर, रोटावेटर, सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, सेल्फ प्रोपेल्ड सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, ट्रैक्टर ड्रिवेन रीपर, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर कम बाइंडर, थ्रेशर, कृषि शामिल हैं। मशीनरी में पावर स्प्रेयर, नैपसैक स्प्रेयर, पावर वीडर आदि शामिल हैं। इसके अलावा, कई छोटे उपकरण कस्टम हायरिंग सेंटर में भी हैं।
कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के लिए पात्रता और शर्तें
- कस्टम हायरिंग सेंटर न्यूनतम रु.10 लाख और अधिकतम रु. 25 लाख तक की लागत से स्थापित किया जा सकता है।
बैंक ऋण के आधार पर केंद्र स्थापित होने पर ही अनुदान की पात्रता होगी। - अनुदान का भुगतान ऋण स्वीकृत करने वाले बैंक को किया जाएगा, जिसे लाभार्थी द्वारा बैंक ऋण चुकाने के बाद लाभार्थी के खाते में समायोजित किया जाएगा।
- योजना के तहत व्यक्तिगत आवेदकों के साथ-साथ महिला स्वयं सहायता समूह/संगठन भी कस्टम हायरिंग सेंटर
- स्थापित करने के लिए आवेदन कर सकेंगे। जिस वर्ग में समूह/संगठन में सदस्यों की संख्या अधिक होगी, उसी के अनुसार सामान्य, अनुसूचित या जनजाति वर्ग में समूह/संगठन पर विचार किया जाएगा।
- योजना के तहत न्यूनतम 18 वर्ष की आयु का व्यक्ति इस योजना के तहत अनुदान प्राप्त करने का पात्र होगा। आवेदक की आयु 18 वर्ष से कम और 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- व्यक्तिगत आवेदक की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा पास होना आवश्यक है।
- पहले से ही सरकारी या अर्ध-सरकारी सेवाओं में काम कर रहे या अन्य सरकारी योजनाओं से रोजगार के लिए लाभ प्राप्त करने वाले व्यक्ति इस योजना के तहत पात्र नहीं होंगे।
- योजना के तहत कृषि, कृषि इंजीनियरिंग और बागवानी स्नातकों को प्राथमिकता देने का प्रावधान है। प्राथमिकता सूची में इन आवेदकों के मामले
Custom Hiring Center 2022 आवेदन कैसे करें
उप-योजना-1 के लिए आवेदन अपने जिले के उप निदेशक, किसान कल्याण एवं कृषि विकास कार्यालय में जमा करें।
उपयोजना-2 के लिए निजी क्षेत्र के हितग्राहियों को अपने जिले के संबंधित संभागीय कृषि अभियंता को आवेदन देना होगा। निदेशालय द्वारा वर्ष में एक बार समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर आवेदन प्राप्त होते हैं। प्राप्त आवेदनों को वर्ष में उपलब्ध लक्ष्य के अनुसार संसाधित किया जाता है।
Custom Hiring Center 2022 राजस्थान
राजस्थान में किसानों को किराए पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराने के लिए खरीद-बिक्री सहकारी समितियों और ग्राम सेवा सहकारी समितियों (KVSS-GSS) के माध्यम से 100 कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित किए गए है। इसके लिए कृषि विभाग ने सहकारिता विभाग को भारी बजट भी दिया था।
Custom Hiring Center 2022 राजस्थान में 8 लाख का अनुदान
कृषि विस्तार और प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमएईटी) के कृषि मशीनीकरण पर उप मिशन (एसएमएएम) के तहत लक्षित गांवों में केवीएसएस-जीएसएस के माध्यम से कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्रों पर ट्रैक्टरों में आवश्यक कृषि उपकरणों की खरीद लागत का 80 प्रतिशत सरकार द्वारा दिया जाएगा, जो अधिकतम 8 लाख रुपये होगा। योजना का क्रियान्वयन सहकारिता विभाग के माध्यम से किया जायेगा। सहकारिता विभाग ने 30 जिलों से प्राप्त प्रस्तावों में से 100 केवीएसएस-जीएसएस का चयन किया है.
राजस्थान के इन शहरों में है Custom Hiring Center
राजस्थान के राजसमन्द12 , प्रतापगढ़ में 7, जयपुर में 6, श्री गंगानगर, बांसवाड़ा एवं बीकानेर में 5-5, भीलवाड़ा, हनुमानगढ़़, चूरू एवं दौसा में 4-4, कोटा, उदयपुर, भरतपुर, झालावाड़, बूंदी, चित्तौडग़ढ़ एवं अलवर में 3-3 केन्द्र खोले जाएंगे। इसी प्रकार सीकर, नागौर, बाड़मेर, अजमेर, डूंगरपुर, झुंझुनूं, जोधपुर, पाली, जैसलमेर एवं टोंक में 2-2 तथा धौलपुर, सवाई माधोपुर एवं करौली में एक-एक कस्टम हायरिंग केन्द्र है।
MP कस्टम हायरिंग केंद्र के लिए आवेदन की अंतिम तारीख
मध्यप्रदेश राज्य के सभी वर्गों एवं सभी ज़िलों के किसान योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। राज्य में आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है अतः किसान 1 सितंबर 2022 से 12 सितंबर 2022 के दौरान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद 14 सितंबर 2022 को दोपहर 12 बजे कम्प्यूटरायज़्ड लाटरी के माध्यम से किसानों का चयन कर सूची जारी की जाएगी, जो किसान www.chc.mpdage.org पोर्टल पर शाम 4 बजे देख सकते हैं। जिसके बाद 15-16 सितंबर 2022 तक प्रातः 10:30 से शाम 5:30 तक ज़िलेवार आवेदकों के अभिलेखों का सत्यापन एवं बैंक ड्राफ़्ट जमा किए जाने का कार्य किया जायेगा।
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