फसलों में DAP के स्थान पर इन खादों का करें प्रयोग-होगा ज्यादा मुनाफा

DAP की बढ़ी हुई कीमतों के कारण किसान वैकल्पिक खाद का भी उपयोग कर सकता है

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगातार डीएपी की कीमतों में तेजी आ रही हैं। भारत में डीएपी की पूर्ति के लिए अन्य देशों पर निर्भर रहना पड़ता हैं। यहीं कारण है कि Di Ammonium Phosphate (DAP) की अधिक कीमत के बाद भी इसकी कमी हमेशा रहती हैं। कई किसानों को आवश्यकता के अनुसार डीएपी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाती हैं।

जिसे कारण Crops को नुकसान भी होता हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय द्वारा खरीफ और रबी सीजन 2022-23 में वैकल्पिक उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है। जाकि किसान डीएपी पर अधिक निर्भर न रहे।

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फसलों में DAP के स्थान पर इन खादों का करें प्रयोग

कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्यागिकी विभाग के निर्देशों के अनुसार खरीफ की फसलों के लिए डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी) के विकल्प के रूप में कई उर्वरक का फसलवार उपयोग करने की सलाह दी गई हैं।

Agricultural Scientists के अनुसार किसान खरीफ फसलों मे लिए अनुशंसित पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए डीएपी के स्थान पर उन्य fertilizers का भी उपयोग कर सकते हैं। फसलवार उर्वरक अनुशंसा के आधार पर निम्न विकल्प हो सकत हैं। जैसा की सभी किसान भाईयों को पता है कि देश में इन दिनों उर्वरकों की भारी कमी हैं।

जिसकी पूर्ति के लिए अन्य विकल्पों का उपयो किया जा सकता हैं। अगर आप हमारे इस लेख के माध्यम से डीएपी के अन्य विकल्प की जानकारी पाना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। वहीं अगर आपको लेख पसंद आए तो अन्य किसान भाईयों तक भी पहुंचाए।

सोयाबीन की फसल में इन fertilizers का करें उपयोग

खरीफ तिलहनी सोयाबीन और मूंगफली की फसलों के लिए पोषक तत्व एनपीके 8:20:8 (नाईट्रोजन 8, फास्फोरस 20, पोटाश 8 ) किलो ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से यूरिया 17 किलो पोटाश 13 किलो, सिंगल सुपर फस्फेट ढाई बोरी (125 किलो) के अलावा वर्मी कम्पोस्ट एक एकड़ की दर से कम से कम एक क्विंटल का उपयोग कर सकते हैं।

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दलहनी फसलों में DAP के स्थान पर इन खाद का करें उपयोग

किसान भाई खरीफ दहलनी फसलों के लिए अनुशंसित पोषक तत्व एनपीके 8:20:8 (नाईट्रोजन 8, फास्फोरस 20, पोटाश 8 ) किलो ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से यूरिया 18 किलो पोटाश 14 किलो, सिंगल सुपर फस्फेट ढाई बोरी (125 किलो) अथवा यूरिया पांच किलो, एनपीके (12:32:16) एक बोरी (50 किलो), पोटाश 14 किलो, सिंगल सुपर फास्फेट 25 किलो के साथ वर्मी कंपोस्ट प्रति एकड़ एक क्विंटल की मात्रा के हिसाब से उपयोग किया जा सकता हैं।

रामतील में DAP के स्थान पर इन उर्वरकों का उपयो करें

रामतील अनुशंसित पोषक तत्वों की मात्रा (12:12:8) किलो व नत्रजन, स्फूर एवं पोटाश प्रति एकड़। इसके अलावा पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए 26 किलो यूरिया, 25 किलो सिंगल सुपर फास्फेट और 13 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश का उपयोग किया जा सकता हैं। इसके अलावा वर्मी कम्पोस्ट प्रति क्विंटल की दर से एक एकड़ में उपयोग की जा सकती हैं।

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इन खादों का उपयोग गन्ना फसल के लिए बेहतर

किसान भाई इस बात का ध्यान रखे की गन्ना की फसल के लिए पोषक तत्व एनपीके (120:32:24) नाइट्रोजन 120, फास्फोरस 32, पोटाश 24 किलो ग्राम प्रति एकड़ मात्रा की आपूर्ति के लिए यूरिया की पांच बोरियां (250 किलो) एनपीके 12:32:16 की दो बोरी (100 किलो) एवं पोटाश 14 किलो, या यूरिया (260 किलो)

सिंगल सुपर फास्फेट चार बोरी (200 किलो), पोटाश 40 किलो या यूरिया (200 किलो) एनपीके (20:20:0:13) 3 बोरी (150 किलो) एवं पोटाश-40 किलो का उपयोग किया जा सकता हैं। वहीं वर्मी कम्पोस्ट प्रति एकड़ के हिसाब से उपयोग करने की सलाह कृषि विभाग द्वारा दी गई हैं।


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