शुगर फ्री आलू की खेती पर 10 लाख तक की सब्सिडी

शुगर फ्री आलू की खेती एवं उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार दे रही किसानों को भारी-भरकम लोन – पूरी प्रोसेस जानिए, कैसे मिलेगा लाभ

केन्द्र सरकार का लगातार यह प्रयास रहता है कि किसानों की आय को किसी तरह दोगुना किया जाए। इसी क्रम में सरकार कई योजनाओं के माध्यम से किसानों का आर्थिक विकास का प्रयास कर रही है। चाहे किसान सम्मान निधि योजना हो या फिर पीएम फसल बीमा सहित कई किसान कल्याणकारी योजना सभी के माध्यम से किसानों को संबल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यहीं कारण है कि सरकार परंपरागत फसलों की खेती के साथ ही बागवानी फसलों के उत्पादन (Production) को बढ़ाने का प्रयास कर रही है।

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इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। बागवानी फसलों के उत्पादन हेतु सरकार द्वारा योजना चलाई जा रही है। जिसके माध्यम से किसानों को बैंक से लोन (loan bank) उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिस पर सरकार किसानों को सब्सिडी (subsidy) भी दे रही है। इसी क्रम में देश भर में एक जिला एक उत्पादन योजना का क्रियान्वयन करवाया जा रहा है। जिसमें जिले के हिसाब से अलग-अलग फसलों का चयन भी किया गया। योजना के तहत इंदौर जिले को आलू के उत्पादन के लिए चुना गया है।

जिले के किसान शुगर फ्री आलू की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं। KrishiBiz.com सभी किसान भाईयों को Sugar Free Aloo उत्पादन के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाले बैंक लोन और सब्सिडी की महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहा है। अगर आपको इस संंबंध में जानकारी प्राप्त करना हैं तो हमारा लेख अंत तक जरूर पढ़े।

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यहां हो रही है शुगर फ्री आलू की खेती

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के इंदौर जिले और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में शुगर फ्री आलू का उत्पादन किया जाता है। यहां पैदा होने वाले आलू में शर्करा की मात्रा न के बराबर होती है। यहीं कारण है कि इस तरह का आलू डायबिटिज से पीड़ित लोगों के लिए काफी बेहतर होता है। इसी गुणवत्ता के कारण बाजार में शुगर फ्री आलू की मांग बहुत है।

sugar free aloo ki kheti

बढ़ी हुई मांग के कारण ही क्षेत्र के किसान शुगर फ्री आलू की खेती करते है। मध्यप्रदेश सरकार भी आलू की फसल के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर ही है। किसानों को फसल बोने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो इसलिए किसानों को बैंक के माध्यम से लोन (loan bank) उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस लोन पर सरकार सब्सिडी भी देती है। जिससे की जिले में शुगर फ्री आलू की पैदावार ओर बढ़े।

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शुगर फ्री आलू की खेती पर कितना बैंक लोन और कितनी सब्सिडी मिलेगी

केन्द्र सरकार की एक जिला और एक उत्पाद योजना के तहत किसानों को शुगर फ्री आलू के उत्पादन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को बैंक लोन की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा उस पर सब्सिडी का लाभ भी दिया जा रहा है। शुगर फ्री आलू के उत्पादन के लिए सरकार बैंक के माध्यम से किसानों को 25 से 35 लाख रुपए तक का लोन उपलब्ध करवाया जा रहा है।

जिसमें अधिक से अधिक 10 लाख रुपए की सब्सिडी (10 lakh subsidy) भी दी जा रही हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उघोग उन्नयन योजना के तहत आलू फसल आधारित नवीन सूक्ष्म उद्योग लगाने के लिए 35 प्रतिशत क्रेडिट लिंक्ड अनुदान भी दिया जा रहा है।

कितना उत्पादन होता है शुगर फ्री आलू की खेती

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में इदौर जिला आलू उत्पादन में मुख्य स्थान रखता है। एक जिला एक उत्पादन योजना के तहत इंदौर जिले का चयन आलू उत्पादन के लिए किया गया है। इंदौर जिले और उसके आसपास के क्षेत्र में 45 हजार हेक्टेयर में करीब 20 लाख मीट्रिक टन आलू का उत्पादन किया जाता है।

शुगर फ्री आलू की खेती

आलू उत्पादन में जिले के महू क्षेत्र के ग्राम पलासिया, गवली, जामली, बिचौली, कोदरिया, हरसोला, बड़गोंदा, दतोदा, मेमदी, कुवाली, हासलपुर, मानपुर, राउ, रंगवासा, कैलोद, टीही और मेण प्रमुख्य रूप से शुगर फ्री आलू की खेती के लिए जाने जाते है।

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शुगर फ्री आलू की खेती की विशेषताएं और लाभ

मध्यप्रदेश के इंदौर जिले और उसके आसपास के क्षेत्र में शुगर फ्री आलू (sugar free potatoes) का उत्पादन किया जाता है। शुगर फ्री आलू में कम से कम शुगर होती है। इसी कारण से इसकी प्रसिद्धि देश के साथ-साथ विदेशों में भी बढ़ गई है। डायबिटिज के मरीजों के लिए इस आलू का सेवन स्वास्थ्य के हिसाब से सुरक्षित पाया गया हैं।

शुगर फ्री आलू की गुणवत्ता का एक उदाहरण यह भी है कि इसकी बनाई गई चिप्स फ्राय होने के बाद लाल नहीं होती हैं। शुगर फ्री आलू की चिप्स सफेद होने के कारण कई बड़ी और छोटी आलू की चिप्स बनाने वाली कंपनियों द्वारा इंदौर में अपने कारखाने शुरू किए हैं।

शुगर फ्री आलू की खेती से प्रति हेक्टयर 400 क्विंटल उपादान का रिकार्ड

उल्लेखनीय है कि सामान्य रूप से एक हेक्टेयर कृषि भूमि में 220 से 240 क्विंटल आलू का उत्पादन होता आया है। लेकिन देपालपुर तहसील के ग्राम चितोड़ा में रहने वाले किसान भाई भरत पटेल ने उन्नत तकनीक का उपयोग कर प्रति हेक्टेयर 400 क्विंटल आलू का उत्पादन कर रिकॉर्ड दर्ज किया है। भरत पटेल ने अपने खेत में 7 वेरायटी के आलू का उत्पादन किया।

सब्सिडी और योजना के लिए कहां संपर्क करें

केन्द्र सरकार की एक जिला एक उत्पादक योजना के तहत इंदौर जिले के किसानों को शुगर फ्री आलू की खेती के लिए बैंक लोन के साथ ही सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा हैं। जिले के किसान इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला उद्यानिकी विभाग में संपर्क कर सकते हैं।

हमें आशा है कि शुगर फ्री आलू की खेती हेतु बैंक लोन और सब्सिडी योजना से जुड़ा हुआ हमारा लेख आप को पसंद आया होगा।

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