पशुओं में लम्पी स्किन डिजीज रोग की पहचान एवं उसका नियंत्रण 2022

Lumpy Skin Disease

Lumpy Skin Disease दो वर्षों में, तमिलनाडु, कर्नाटक, ओडिशा, केरल, असम, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में फैला

गांठदार त्वचा रोग

बरसात के मौसम में पशुओं में कई तरह के संक्रामक रोग फैलते हैं, जिनमें लम्पी स्किन डिजीज भी एक है। Lumpy Skin Disease (एलएसडी) या गांठदार त्वचा रोग एक वायरल रोग है

वायरल रोग

गांठदार त्वचा रोग एक वायरल रोग है जो गायों और भैंसों को संक्रमित करता है। यह रोग कभी-कभी जानवरों की मौत का कारण भी बन सकता है। पिछले दो वर्षों में यह रोग पशुओं में कई राज्यों में देखा है।

पशुपालन और दुग्ध उत्पादक देश

भारत विश्व का सबसे बड़ा पशुपालन और दुग्ध उत्पादक देश है देश की एक बड़ी आबादी पशुपालन से जुड़ी हुई है, अगर कोई बीमारी जानवरों को महामारी के रूप में संक्रमित करती है, तो इसका सीधा असर उनके उत्पादन पशुपालकों की आय पर पड़ता है।

तेजी से फैलता है Lumpy Skin Disease

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लम्पी स्किन डिजीज को सबसे तेजी से फैलने वाली बीमारियों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। एलएसडी वायरस मच्छरों और मक्खियों जैसे कीड़ों द्वारा आसानी से फैलता है।

दूषित पानी और  मौसम 

यह दूषित पानी गर्म और उमस भरा मौसम इस बीमारी को और तेजी से फैलाता है। ठंड का मौसम आने के साथ इस रोग की तीव्रता कम हो जाती है।

Lumpy Skin Disease का अभी तक कोई टीका नहीं है, लेकिन फिर भी इस बीमारी का इलाज बकरियों में होने वाले चेचक के समान वैक्सीन से किया जा सकता है। गाय-भैंस को गोटेपॉक्स का भी टीका लगाया जा सकता है और इसके परिणाम भी बहुत अच्छे होते हैं।

मुख्यत: मच्छर, मक्खी, पिस्सू एवं चिंचडी से पशुओ को बचाने का उचित प्रबंध करना चाहिए। रोगी पशुओं की जांच एवं इलाज में उपयोग हुए सामान को खुले में नहीं फेंकना चाहिए। 

पशुओं को लम्पी स्किन डिजीज से बचाने के उपाय